मेड़ता नागौर मंडी भाव की जानकारी , आज के लेटेस्ट मंडी भाव ,ओर खबर मानसून की ।

आज कृषि उपज मंडी समिति मेड़ता सिटी में फसलों के भाव निम्नलिखित रहे ।

किसानों के लिए महत्वपूर्ण खबर

*कृषि बाजर भाव सर्विस- 16/04/2021

*मौसम विभाग ने लगातार तीसरे साल सामान्य मॉनसून का अनुमान जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक लंबी अवधि में इस साल 98 फीसदी बारिश रहने का अनुमान है। इसके अलावा मॉनसून के दौरान La Nina की संभावना भी काफी कम है। लगातार ये तीसरा साल है जब झमाझम बारिश होने की उम्मीद है*

*सामान्य होगा मॉनसून भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज देश के लिए मानसून का पहला अनुमान जारी किया और इसमें उन्होंने कहा कि पूरे देश में मानसून सामान्य रहेगा। इस साल एलनीनो के बढ़ने के आसार कम हैं। संस्थान इसके बाद अगला अपडेट मई में देगा। इतना ही नहीं संस्थान हर महीने के अंत में अनुमान जारी करेगा। आज भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी मौसम अनुमान के पहले प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट ने अपना मानसून अनुमान जारी कर दिया था। स्काईमेट ने भी मॉनसून सामान्य रहने का अनुमान जताया था। हालांकि Skymet ने अनुमान लगाया था कि लोंग पीरियड एवरेज रेनफॉल 103 पर्सेंट होगा मौसम विभाग ने बताया कि उनके अध्ययन के अनुसार जून से लेकर सिंतबर तक जो देश भर में बारिश होगी वह 96 से लेकर 98 प्रतिशत तक हो सकती है।

*कृषि बाजर भाव सर्विस- 16/04/2021

*मसूर की कीमतों में तेजी दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से शुक्रवानर को कनाडा की मसूर के दाम मुंबई, मुंद्रा, कांडला और हजीरा बंदरगाह पर तथा आस्ट्रेलिया की मसूर के भाव मुंबई और कोलकाता में 25 से 100 रुपये प्रति क्विंटल तेज हो गए इसी तरह से, दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में देसी मसूर के भाव बाजारों में क्वालिटीनुसार 100 रुपये प्रति क्विंटल तक तेज बोले गए दिल्ली में कनाडा और मध्य प्रदेश लाईन की मसूर की कीमतों में 100-200 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश: 6,500 रुपये और 6,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।*

*मसूर दाल में थोक साथ ही फुटकर में ग्राहकी अच्छी देखी गई तथा मसूर दाल की कीमतों में 50 रुपये की तेजी आकर भाव 7,550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए आयात पड़ते नहीं लगने के कारण मसूर का आयात संभव नहीं है। आयातित स्टॉक कम होने के कारण मिलर्स और बड़े खरीददार आगे घरेलू मसूर की खरीद ज्यादा करेंगे जिससे तेजी को बल मिल रहा है। आयातित मसूर का स्टॉक दिन प्रति दिन कम हो रहा है इसलिए देसी मसूर में मिलों की मांग बढ़ेगी कोरोना के मामलों में हो रही बढ़ोतरी होने के कारण देश के कई राज्यों में फिर से लाकडॉन का खतरा बना हुआ है, जिससे मसूर की आवक प्रभावित होने का डर है।*

*बाकी व्यापार अपने विवेक से करें*

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