उड़द तुवर के भावों की तेजी मन्दी पर विस्तृत रिपोर्ट , कोरोना से इन दाल भाव पर पड़ने वाले असर पर जानकारी ।

राजस्थान में वीकेंड कर्फ्यू होने के बावजूद राजस्थान के समस्त कृषि उपज मंडी आज शनिवार को खुली रहेगी कल सरकार द्वारा आदेश जारी किए गए जिसमें बताया गया कि कृषि उपज मंडियों को भी आवश्यक सेवाओं की कैटेगरी में रखा गया है इसलिए मंडिया पूर्ण रूप से शुरू रहेगी किसानों से निवेदन है कि अपना माल समय पर मंडी लेकर आए ताकि किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े ।

*बर्मा उड़द के दाम चेन्नई और मुंबई में नरम, देसी में मिलाजुला रुख दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने एवं लगातार आयात बना रहने से शुक्रवार को चेन्नई और मुंबई में बर्मा उड़द की कीमतों में 50 से 125 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई बर्मा में उड़द एफएक्यू-एसक्यू किस्मों में कारोबार क्रमश: 760 डॉलर और 880-890 डॉलर प्रति टन की दर से 30 अप्रैल से पहले की डिलीवरी के चेन्नई पहुंच सीएनएफ के आधार पर हुआ। आयात में अच्छी समानता देखी गई। चेन्नई में आयातित उड़द का तैयार स्टॉक लगभग 1000-1200 कंटेनरों का है 30 अप्रैल 2021 से पहले बर्मा से चेन्नई बंदरगाह पर लगभग 500-550 कंटेनर उड़द के पहुंचने की संभावना है केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 1.5 लाख टन उड़द के आयात की समय सीमा को 31 मार्च, 2021 से बढ़ाकर 30 अप्रैल 2021 तक कर दिया है दूसरी ओर, घरेलू बाजार में दाल मिलों की कमजोर मांग से जहां वेरावल, जयपुर और केकड़ी में उड़द की कीमतों में क्वालिटीनुसार 50 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई, वहीं स्थानीय मिलों की मांग में आई तेजी से जलगांव, खामगाँव और बरेली मंडियों में 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई।*

*बाकी व्यापार अपने विवेक से करें*
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*मसूर की कीमतों में तेजी दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से शुक्रवानर को कनाडा की मसूर के दाम मुंबई, मुंद्रा, कांडला और हजीरा बंदरगाह पर तथा आस्ट्रेलिया की मसूर के भाव मुंबई और कोलकाता में 25 से 100 रुपये प्रति क्विंटल तेज हो गए इसी तरह से, दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में देसी मसूर के भाव बाजारों में क्वालिटीनुसार 100 रुपये प्रति क्विंटल तक तेज बोले गए दिल्ली में कनाडा और मध्य प्रदेश लाईन की मसूर की कीमतों में 100-200 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश: 6,500 रुपये और 6,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।*

*मसूर दाल में थोक साथ ही फुटकर में ग्राहकी अच्छी देखी गई तथा मसूर दाल की कीमतों में 50 रुपये की तेजी आकर भाव 7,550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए आयात पड़ते नहीं लगने के कारण मसूर का आयात संभव नहीं है। आयातित स्टॉक कम होने के कारण मिलर्स और बड़े खरीददार आगे घरेलू मसूर की खरीद ज्यादा करेंगे जिससे तेजी को बल मिल रहा है। आयातित मसूर का स्टॉक दिन प्रति दिन कम हो रहा है इसलिए देसी मसूर में मिलों की मांग बढ़ेगी कोरोना के मामलों में हो रही बढ़ोतरी होने के कारण देश के कई राज्यों में फिर से लाकडॉन का खतरा बना हुआ है, जिससे मसूर की आवक प्रभावित होने का डर है।*

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