किसानों का कंश ओर फर्जी रंगत तथाकथितभोपा अपने फर्जी वकील और फर्जी स्क्रीनशॉट के सहारे अपने पाप छिपाने की कोशिश है फिर से हुआ फेल

नमस्कार किसान भाइयों व्यापारी बंधुओं और पाठकों

कुछ दिन पहले मैंने मंडी भाव से हटकर एक लेख लिखा था जिसमें जैसलमेर के एक शख्स के बारे में बताया था उसने पिछले साल अगस्त में किसानों के साथ बहुत बड़ी ठगी की थी और उस स्थिति में बीकानेर जिले हनुमानगढ़ गंगानगर और हरियाणा के काफी जिलों के किसान बुरी तरह ठगे गए थे उस आदमी ने कुछ दिन ग्वार गम के व्यापार के बारे में लिखा और अपने जाल में फंसा कर बंद बाजार लगातार तेजी पर तेजी लिखकर जनता को इतना गुमराह किया की 6800 वायदा बाजार होते हुए भी हाजिर में 10,000 से ऊपर बिकवा दिया , इस घटना के कुछ दिन बाद जैसलमेर का तथाकथित भोपा गायब रहा , व्हाट्सएप ग्रुप में यह देखने को भी मिला कि हरियाणा के किसान लट्ठ लेकर उसके स्वागत के लिए तैयार खड़े हैं हालांकि वह एक व्हाट्सएप पर चलने वाला मजाक भी हो सकता है ,

अब बात आती है वर्तमान समय की वर्तमान समय में इस आदमी ने ग्वार गम के व्यापार को व्हाट्सएप के माध्यम से इतना बदनाम किया है कि किसी भी व्यापारी आदमी से आप पूछ कर पता कर सकते हैं । खुद का हाजिर में एक बोरी का व्यापार नहीं है और लोगों के हजारों बोरी चाहिए लिखता रहता है इस आदमी को एक परसेंट भी शर्म नाम की चीज नहीं है ₹50 बाजार तेज होते ही डिमांड डिमांड चलाने लग जाता है और ₹50 मंदा होते ही कभी युद्ध कभी मानसून चिल्लाने लग जाता है यह आदमी जिन जिन ग्रुपों में है कुछ ग्रुप के मेंबर भी इसको टोकते लेकिन बेशर्म आदमी को एक पर्सेंट भी शर्म नाम की चीज नहीं है ।

किसानों की ठगी पर लिखे लेख को आप यहाँ पढ़ सकते हो

मेरे लेख लिखने के बाद इस आदमी ने कई बार सब ग्रुप में लिखा यह लिखने वाला आदमी कौन है ,कहाँ का है जबकि उस आदमी के पास मेरे नंबर भी है मेरा एड्रेस भी है वह ग्रुप में बकवास कर रहा है जबकि खुद मेरे को कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज नहीं करवा रहा है आज उसने एक जूठा माफीनामा मैसेज खुद टाइप करके दूसरों को दे दिया और फॉरवर्ड के रूप में आगे चालू ग्रुप में भेज रहै है जबकि मैं मेरी बात पर आज भी कायम है मैं ग्वार रंगत भोपा से ना तो आज माफी मांगू ना ही कल मेरा , भोपा जी आप किसानों के गुनाहगार हो ,थे और रहोगें नंबर मेरी वेबसाइट के अंदर मिल जाएगा मेरा मेल एड्रेस मिल जाएगा भोपाजी आप अपने फर्जी वकील और फर्जी स्क्रीनशॉट के सहारे आपके द्वारा किए गए पाप छुपा नही सकते हो ,,, आप को हजारों किसानों की बद्दुआ ही मिलेगी तो आपकी वजह से ठगे गए थे ।

और जो कुछ मिनट पहले अपने ग्रुप में जो मैसेज दिखाएं के नोखा मंडी का जाट उस तेजी में 10000 का ग्वार अपने नोहर भादरा के रिश्तेदारों के कहने पर ले लिया उस आदमी को मैं बताना चाहता हूं कि उस समय मेरा काम केवल लोगों को ग्वार लेने से रोकना था मेरा पूरा समय उस दिन फेसबुक के ऊपर था और फोन के माध्यम से लोगों को यही समझा रहा था कि इस भाव में किसी तरह का कोई व्यापार नहीं करना है और मेरे फेसबुक के जितने भी फॉलोवर है वह इस बात से बिल्कुल वाकिफ है मुझे इस बारे में लिखने की आवश्यकता भी नहीं है ।

मेरा काम तो गूगल के साथ चल रहा है मुझे ग्वार के व्यापार करने की जरूरत भी नहीं है ।

एक वायरल फोटो जो ठग का फर्जी वकील दूसरे ग्रुप में शेयर कर रहा है , मेने ऐसा कोई मेसेज किसी को नही लिखा ना ही भेजा ,,,,

माफी मांगनी है तो भोपा जी आप मांगो किसानों और व्यापारियों से

ओर अगर आपके पास मेरे नम्बर या फेसबुक से किसी तरह का कोई माफीनामा आया हुआ है तो पेश करे ,

वरना मूर्ख किसी ओर को बनाये

मेरा इस मैसेज से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है ।

पूनम चौधरी भारतीय किसान यूनियन वेबसाइट mandibhavrajasthan.com का मालिक