सरसों में तेजी खत्म ! सरसों तेजी मन्दी विशेष रिपोर्ट , जानिए मसूर ,सोयाबीन की तेजी मन्दी । 2 दिनों में कैसा रहेगा मौसम ,सम्पूर्ण जानकारी ।

*༺꧁⚜️..जय श्री कृष्णा..⚜️꧂༻*
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सरसों के भाव में आज जयपुर100 रूपए प्रति क्विंटल का मंदा आया है व्यापारियों के अनुसार विदेशी खाने वाले तेलो के भाव में आए मंदे ने सरसों के भाव पर जोरदार दबाव बनाया है ऐसे में आगे इसके भाव में और मंदा आने की उम्मीद लग रही है सरसों तेल के भाव रुक गए हैं लेकिन सरसों खल में भी मंदा है खाने वाले तेलो के भाव में 20 से 30 रूपए प्रति 10 किलो की लगातार मंदी का तीसरे दिन भी देखने को मिल रही है व्यापारियों के अनुसार विदेशी बाजार में खाने वाले तेल के भाव में गिरावट के कारण घरेलू बाजार पर दबाव बना हुआ है वैसे भी खाने वाले तेल के भाव में की समीक्षा के लिए खाद्य सचिव भारत सरकार की 24 मई को एक बैठक होनी है जिससे भी भाव पर दबाव बना हुआ है
*_सफरास ने ब्राजील की सोया फसल को 28 लाख से बढ़ाकर 1372लाख टन कर दिया है यूक्रेन में किसानों ने सूरजमुखी के भाव बढ़ा दिए हैं मिलरो की शिकायत है कि तेल में डिमांड नहीं है_*
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*हाजिर सरसों में गिरावट जारी, हफ्ते में भाव 5 फीसदी टूटे, तेल 1500\\10 किलो से नीचे*

राजस्थान और अन्य उत्पादक राज्यों के बाजारों में सरसों में गिरावट का दौर जारी रहा। इस हफ्ते के दौरान सरसों में 350 रुपये यानी करीब पांच फीसदी की गिरावट आ चुकी है। देश-विदेश में खाद्य तेलों में जोरदार गिरावट और घरेलू वायदा में मंदी के चलते हाजिर सरसों इस सप्ताह घाटे में रही। सरसों तेल के भाव और नीचे गिरकर जयपुर में 1500 रुपये प्रति 10 किलो से नीचे आ गए। सरसों खली में स्थिरता का रुख रहा।

आज जयपुर में 42 फीसदी कंडीशन सरसों 7175-7200 रुपये प्रति क्विंटल (जीएसटी अलग) पर बिकी। जबकि गत दिवस इसका भाव 7225-7250 प्रति क्विंटल पर रहा था। सरसों की देश भर की मंडियों में आवक 2.50 लाख बोरी (प्रति बोरी 80 किलो) से घटकर 2 लाख बोरी रह गई।

बीते शुक्रवार को सीबॉट, डेलियन और मलेशिया में खाद्य तेलों की गिरावट और घरेलू वायदा कारोबार में नरमी के चलते सरसों में गिरावट को बल मिला। मौजूदा मंदी के माहौल में मिलर्स और प्रोसेसर्स भी सरसों खरीद से पीछे हट गए हैं। स्टॉकिस्ट भी बाजार का रुख समझने का प्रयास कर रहे हैं। हाजिर बाजार में खरीदारों की कमी के कारण भाव में गिरावट दर्ज की गई।

सरसों तेल जयपुर में 1483-1484 रुपये और अन्य मंडियों में 1473-1474 रुपये प्रति दस किलो पर बिक रहा है। गत दिवस सरसों तेल जयपुर में 1501-1502 रुपये और अन्य मंडियों में 1491-1492 रुपये प्रति दस किलो पर था। हालांकि सरसों खली 2750-2775 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर बिक रही है। पूरे देश में सरसों की आवक 2.50 लाख बोरी से घटकर 2 लाख बोरी हो गई।

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*दिल्ली बाजार सरसों, मूंगफली, सोयाबीन, बिनौला और पामोलिन तेल में गिरावट विदेशी बाजारों में मंदी के रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में गुरुवार को सरसों तेल, तिलहन, मूंगफली, सोयाबीन, बिनौला, पाम और पामोलिन तेल कीमतों में गिरावट दर्ज हुई । बाजार सूत्रों का कहना है कि अमेरिका के शिकागो और मलेशिया एक्सचेंज में कल रात से क्रमश: चार प्रतिशत और साढ़े तीन प्रतिशत की गिरावट रही। इस गिरावट का असर स्थानीय कारोबार पर भी हुआ और लगभग सभी तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट देखने को मिली।*

*जयपुर की हाजिर मंडी में सरसों का भाव 7150/75 रुपये क्विन्टल (42 प्रतिशत कंडीशन के साथ) है लेकिन वहां के वायदा कारोबार में जून अनुबंध का भाव 7,000 रुपये क्विन्टल बोला जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि बाजार में दागी फसल की मांग कमजोर होने से सोयाबीन तेल-तिलहन कीमतों में भी गिरावट रही। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में सोयाबीन बीज का भाव 8,000 रुपये क्विन्टल तक बढ़ गया है।*

*मलेशिया एक्सचेंज में गिरावट की वजह से कच्चा पॉम तेल (सीपीओ), पामोलीन दिल्ली और पामोलीन कांडला की कीमतें क्रमश: 100 रुपये, 200 रुपये और 200 रुपये क्विंटल गिरावट में रहे। बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- भाव- रुपये प्रति क्विंटल*

*सरसों तिलहन – 7,350 – 7,400 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये मूंगफली दाना – 6,170 – 6,215 रुपये मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 15,200 रुपये। मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,435 – 2,485 रुपये प्रति टिन सरसों तेल दादरी- 14,500 रुपये प्रति क्विंटल सरसों पक्की घानी- 2,315 -2,365 रुपये प्रति टिन सरसों कच्ची घानी- 2,415 – 2,515 रुपये प्रति टिन।*

*तिल तेल मिल डिलिवरी – 16,000 – 18,500 रुपये। सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 15,800 रुपये सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 15,550 रुपये सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 14,250 रुपये सीपीओ एक्स-कांडला- 12,500 रुपये बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 14,650 रुपये पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 14,300 रुपये पामोलिन एक्स- कांडला- 13,300 (बिना जीएसटी के) सोयाबीन दाना 7,700 – 7,800, सोयाबीन लूज 7,600 – 7,650 रुपये मक्का खल 3,800 रुपये प्रति क्विंटल।*

सोयाबीन पर रिपोर्ट

*सोयाबीन का निर्यात मई में फिसलने की आशंका देश से पिछले कुछ महीनों से बढ़ रहे सोया मील के निर्यात को मई में ब्रेक लग सकता है क्योंकि भारतीय सोया मील के दाम वैश्विक बाजार में गैर-प्रतिस्पर्धी हो गए हैं। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रेसीडेंट डेविश जैन के मुताबिक चालू महीने मई में यह निर्यात 25 हजार टन के करीब रह सकता है। भारतीय सोया मील के महंगा होने से परंपरागत खरीददार दूर हो रहे हें। ये आयातक देश अमरीका, ब्राजील और अर्ज़ेंटीना की ओर मुड़ रहे हैं जो हमसे सस्ती सोया मील बेच रहे हैं।*

*भारत से अक्टूबर 2020 से अप्रैल 2021 के दौरान 17 लाख टन सोया मील का निर्यात हो चुका है। अधिकतर निर्यात यूरोपीयन देशों और दक्षिणपूर्व एशियाई देशों को हुआ है। भारतीय सोया मील के मुख्य आयातक देश फ्रांस, बेलजियम, जर्मनी, इंडोनेशिया, वियतनाम और टर्की है कारोबारियों का कहना है कि सोया मील पशु पक्षी आहार में जाता है एवं इसके भाव इसकी बिक्री में अहम भूमिका निभाते हैं। भारतीय सोया मील का भाव पिछले एक साल में 82 फीसदी बढ़कर 55000-60000 रुपए प्रति टन पहुंच गया है।सोया मील सोयाबीन का सह उत्पाद है जो इसके क्रशिंग से बनता है। देश में सोयाबीन के भाव भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर चल रहे हैं।*

*भारतीय सोया मील की अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसलिए मांग रहती है कि यह नॉन-जेनेटिकली मोडिफाइड सोयाबीन से बनती है जिसमें प्रोटीन की मात्रा ब्राजील, अर्ज़ेंटीना और अमरीका की सोया मील से ज्यादा होती है। सोया मील का मुख्यतया उपयोग पशु आहार में होता है। अक्टूबर से शुरु हुए नए मार्केटिंग वर्ष में सोया मील का निर्यात अच्छा रहा है लेकिन मई में इसका निर्यात कमजोर पड़ रहा है। इसकी मुख्य वजह भारतीय सोया मील का अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा में कमजोर पड़ना है क्योंकि हाल में घरेलू बाजार में सोयाबीन के दाम तेजी से चढ़े हैं। कारोबारियों का कहना है कि पहली बार सोयाबीन के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे हैं बता दें कि सोयाबीन खरीफ फसल हैं एवं खरीफ सीजन में पैदा होने वाली कुल तिलहन में इसका योगदान तकरीबन 30 फीसदी होता है।*

*भाव ऊंचे होने से सोयाबीन की बोआई दस फीसदी बढ़ने की संभावना देश में सोयाबीन के दाम काफी ऊंचे होने से खरीफ फसल 2021-22 में इसका रकबा पिछले साल की तुलना में दस फीसदी बढ़ने की संभावना है। नए खरीफ सीजन में कुछ किसान कपास और दलहन से सोयाबीन की खेती की ओर मुड़ सकते हैं बांग्लादेश, जापान, वियतनाम और ईरान को सोया मील के बढ़ रहे निर्यात की वजह से भी सोयाबीन की खेती बढ़ने के आसार हैं सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रेसीडेंट डेविश जैन का कहना है कि इस साल किसानों को अच्छे दाम मिले हैं। इस वजह से सोयाबीन का रकबा 10-12 फीसदी बढ़ सकता है। 1 अक्टूबर 2020 से शुरु हुए मार्केटिंग वर्ष 2020-21 में सोयाबीन का भाव दोगुना हुआ है। सोयाबीन का दाम पिछले महीने 8100 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गया था। यह भाव बढ़ोतरी सोया मील के निर्यात में तेज इजाफे से हुई।*

*जीजी पटेल एंड निखिल रिसर्च कंपनी के प्रमुख गोविंदभाई पटेल का कहना है कि इस साल खरीफ सीजन में सोयाबीन दलहन, मक्का और कपास से प्रतिस्पर्धा करेगा एवं सोयाबीन के बेहतर भाव देखते हुए इसका रकबा बढ़ सकता है। पटेल का कहना है कि सोयाबीन की खेती बारिश के पैटर्न पर निर्भर करती है। यदि मानसून समय पर आता है और अच्छा रहता है तो उम्मीद है सोयाबीन की खेती बढ़ेगी भारत में सोयाबीन, कपास और दलहन बारिश पर निर्भर फसलें हैं एवं मानसून का आगमन जून में होता है। मौसम विभाग का कहना है कि वर्ष 2021 में मानसून सामान्य रहेगा सोपा के मुताबिक वर्ष 2020 में सोयाबीन की खेती 118.3 लाख हैक्टेयर में हुई एवं 104 लाख टन सोयाबीन की उपज हुई यदि देश में अगले खरीफ सीजन में सोयाबीन का उत्पादन बढ़ता है तो हमें सोया तेल का आयात घटाने में मदद मिलेगी।*

*मसूर: हाजिर मांग कमजोर होने से शुक्रवार को कनाडा के साथ ही आस्ट्रेलियाई मसूर के दाम घट गए दूसरी और, देसी मसूर की कीमतें लगभग स्थिर बनी रही केंद्र सरकार के मिल मालिकों व व्यापारियों और आयातकों के साथ ही सभी शेयरधारकों से दालों के स्टॉक की घोषणा करने से बाजार में दबाव बना हुआ है, तथा केंद्र के इस कदम ने उद्योग में एक डर का माहौल पैदा कर दिया है। जबकि पहले से ही बढ़ते कोरोना के मामलों के कारण कई प्रमुख खपत केंद्रों पर पूर्ण लॉकडाउन के कारण दाल की मांग में गिरावट आई थी। दालों में थोक साथ ही खुदरा में ग्राहकी सामान्य के मुकाबले कमजोर है।*

*बाजार के लोग इस बात से डर रहे हैं कि सरकार मसूर पर आयात सीमा शुल्क को कम या फिर समाप्त कर सकती है कनाडा में निर्यातकों को उम्मीद है कि भारत बढ़ी हुई खाद्य मूल्य मुद्रास्फीति और दालों की आपूर्ति बढ़ने के लिए जल्द ही आयात शुल्क समाप्त कर सकता है। भारतीय आयातकों ने आयात शुल्क में कमी की संभावना को देखते हुए जून डिलवरी के मसूर के आयात सौदे पहले ही शुरू कर दिए हैं, क्योंकि उनकों विश्वास है कि सरकार के पास मसूर के आयात शुल्क में कमी करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।*

*कनाडा के सांख्यिकी के अनुसार मसूर के सभी वर्गों का स्टॉक 1.435 मिलियन मीट्रिक टन (एमटी) है, जो पिछले साल इसी अवधि के 1.678 मिलियन मीट्रिक टन से कम है, लेकिन पिछले पांच साल के औसत 1.335 मिलियन से ऊपर है कुल स्टॉक में से किसानों के पास 1.26 मिलियन मीट्रिक टन मसूर है, जो पिछले साल 1.508 मिलियन से कम है वाणिज्यिक सूची पिछले वर्ष की इसी अवधि के 170,000 मीट्रिक टन से कुछ ही ऊपर 175,000 मीट्रिक टन है।*

*कनाडा के कृषि मंत्रालय ने 2021-22 के सीजन में मसूर का उत्पादन 8 प्रतिशत घटकर 26.50 लाख टन पर सीमित तथा इसकी कुल उपलब्धता गिरकर 28 लाख टन पर सिमटने का अनुमान लगाया है। इसी तरह मसूर का निर्यात 24 लाख टन होने की संभावना व्यक्त की है और सीजन के अंत में मसूर का बकाया स्टॉक 1 लाख टन रह सकता है। अमरीका में मसूर का उत्पादन क्षेत्र 16 प्रतिशत बढ़कर 6.10 लाख एकड़ पर पहुंच सकता है।*

*राजस्थान*
*फिर एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय, अगले दो दिन आधे प्रदेश में होगी आंधी-बारिश*

एक बार फिर से प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने आगामी दो दिन तक आधे से अधिक प्रदेश में आंधी-बारिश होने की संभावना जताई है।
जयपुर। हर साल मई के महीने में पडऩे वाली तेज धूप व लू इस बार गायब है। इस दफा अभी तक दो-तीन जिलों को छोड़कर पूरे प्रदेश में तापमान ने 44-45 डिग्री को पार नहीं किया है। पहले पश्चिमी विक्षोभों, उसके बाद चक्रवाती तूफान तौकते के असर के कारण। अब एक बार फिर से प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने आगामी दो दिन तक आधे से अधिक प्रदेश में आंधी-बारिश होने की संभावना जताई है। हालांकि, इसका असर शुक्रवार से ही प्रदेश में शुरू हो गया। कुछ जिलों में आंधी के साथ हल्की बारिश भी हुई। शनिवार व रविवार को पश्चिमी और उत्तरी राजस्थान के भागों में थंडरस्टॉर्म के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी।
*चलेगी धूलभरी आंधी*
मौसम विभाग के अनुसार जोधपुर, बीकानेर संभाग के जिलों में तीव्र थंडरस्टॉर्म, अचानक तेज हवाएं या धूल भरी आंधी 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। वहीं जयपुर व भरतपुर संभाग में भी तेज हवा (30-40 किमी प्रतिघंटे) के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना बनी रहेगी। इस दौरान तापमान भी सामान्य से कम यानी 40 डिग्री के आस-पास ही बना रहेगा।
*मानसून पर नहीं पड़ेगा खास प्रभाव*
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि तौकते का असर खत्म हो चुका है। अब एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इसके कारण थंडरस्टॉर्म गतिविधियों की संभावना है। इनका मानसून पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। मानसून 30-31 मई तक केरल पहुंचेगा। उसके बाद ही राजस्थान में मानसून आने की तारीख पता लगेगी।
*इन जिलों में हो सकती है बारिश*

*शनिवार* : श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, जैसलमेर, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, नागौर, जयपुर, अलवर, भरतपुर और सीकर।
*रविवार* : श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, जयपुर, अलवर, सीकर, अजमेर और टोंक।

*तेज हवा संग जमकर बरसे बादल*

*कोटा*. पश्चिम विक्षोभ के सक्रिय होने से स्ट्रॉम के साथ शहर में शुक्रवार को मौसम में फिर से बदलाव आया। दोपहर बाद मौसम बदला और तेज हवा संग बादल जमकर बरसे। तेज बारिश से कुछ ही देर में शहर पानी-पानी हो गया।

22/05/2021

*तिल*: ग्वालियर (हलिंग)8700/8800-300
आगरा8500/8600-200
कानपुर8700/8800-200
कानपुर(98/2)8900/9000-200
राजकोट धवल (राजस्थान हलिंग)8200-200
राजकोट धवल नया (99/1/1)8500-200
मुंबई&मुंद्रा (99/1/1)8500/8800-200
नेचुरल सॉर्टेक्स9400/9600-100
(99.98%) 11500/11600-100
(99.97%) 11400/11500-100
(99.95%) 11200/11300-100
(99.90%) 10200/10300-200

*सोया प्लांट एमपी*
प्रकाश पीथमपुर-7200
महाकाली देवास-7200
बैतूल आयल-7250
इटारसी आयल-7200
आरएच सिओनी-7450
कृति देवास-7200
लक्ष्मी देवास-7250

*सोया प्लांट राजस्थान*
*कोटा*:गोयल सोया-7000+0
सरसों-6900+0
शिव सोया-7000+0

22/05/2021

*सरसों*:जयपुर-7050/7100-75
दिल्ली-6750/6800-50
कोटा सलोनी-7650-100
अलवर सलोनी-7600-100
शमसाबाद-7600-100
इटावा-6400/6550
छतरपुर-6300/6400
भरतपुर-6700/6800
अलवर-6850/6900आवक-2000
पोरसा-6625-200आवक-400
मुरैना-6650-200आवक-800
ग्वालियर-6700/6800आवक-1200

*सोया प्लांट एमपी*
अग्रवाल नीमच-7325
धानुका नीमच-7275
एमएस पचोर-7250
अमृत मंदसौर-7300
अवि उज्जैन-7250
प्रेस्टीज देवास-7300
सांवरिया-7300
लक्ष्मी देवास-7250
एमएस नीमच-7325
केपी निवारी-7150
रूचि मंगलिया-7200

*सोया प्लांट महाराष्ट्र*
*धुलिया*:दीसान-7325+0
ओमश्री-7325+0
संजय-7275-50
महाराष्ट्र-7350/7375+50
नंदूरबार-7275/7300+0
गंगाखेड़-7300+50
*नांदेड*:श्रीनिवास कैटलफीड-7250+25
श्रीनिवासएग्रो-7300+0
कोहिनूर-7300+0
सिद्धरामेश्वर-7300+0
*लातूर*:विजय-7200-50
ऑक्टोगन-7300-100
एडीएम लातूर-7200/7210-150
धारवाड़-7350/7360
अरिहंत-7300-100
*जालना*:गौरी-7200+0
भक्ति-7250+50
*खामगांव*:दुर्गा शक्ति-7050+0
*उदगीर*:नारायण एग्रो-7300+0
*अकोला*:दयाल-7150-50
अम्बुजा-7100-100
अम्बिका-7100-100
*वाशिम*:रुचि-7225+0
नर्मदा-7300-100
*नागपुर*:रुचि-7225+0

* 22/05/2021

*इंदौर*: चना-5300+0
कावली कंटेनर
42/44 9650-100
44/46 9500-100
58/60 9000-100
60/62 8900-100
62/64 8800-100
मसूर-6500+0
मूंग-6300-150
उड़द-7000/7600
तुवर महाराष्ट्र-6700/6800+0
कर्नाटक-6900/7000+0

*दिल्ली*: व्यापार
चना एमपी-5400+0
राजस्थान-5450+0
मसूर एमपी-6800-25

*रायपुर*: तुवर लोकल-7000-100
महाराष्ट्र-7100/50-100
कर्नाटक-7150-100
चना-5225+0
मसूर-6200-50
लाखड़ी-3850+0

*जयपुर*:चना-5375/400+0
मूंग-6700/800+0
उड़द-6800/900
मोठ-6800/50
दाल चना-6275
मूंग-7600/700
मोठ-7700/800

*बीकानेर*:चना-5200+0
मोठ-6800/900

*हैदराबाद*:तुवर गुलाबी-6700+0
चना जॉकी-4900+0

*तालीकोट*: तुवर-6056/6519आवक-719

*महोबा*: तिल-7000/7800
उरद-6000/6500
चना-5000/5100
मुंगफली-6000/6400
मटर ग्रीन-10000/10500
मसुर-6200/6300
गेंहू-1650/1700
जवा-1600/25

*राठ*: चना-4950/5050
मसूर-6050/150
मटर-4500/5000
गेंहू-1550/1600
जवा-1575/1600

*करेली*: चना-5000/5100
तुअर-6000/6200
बटरी-5000/5150
मसूर-6000/6300
गेंहू-1600/1650
सोयाबीन-6000/6600

*सरसों*: कोलकाता एमपी&यूपी-7100/7150
हरियाणा&राजस्थान-7150/7200
गंगापुर-6800/6800
रूचि गुना6900-100
रूचि बारां6925-50
बीपी आगरा-7300-100
शारदा आगरा7300-100
हापुड़-7150/7200
बरवाला-6300/6400
हिसार-6350/6425
भरतपुर-6700/6720
खैरथल-6900/6950
निवाई&टोंक (कंडीसन)7100/7150-50
ग्वालियर&मोरेना (कंडीसन)6850/6900
भरतपुर सलोनी-7300/7400-150
कोटा-6350/6500
बारां-6500/6700आवक-5000
गंगानगर6300/6600आवक-300

*सरसों खल*
नेवाई&टोंक-2650/2675
जयपुर-2750/75
गंगानगर-2700
अलवर-2700
केकड़ी-2725
कोटा-2750
हिसार-2725
जोधपुर-2750
चरखी दादरी-2680
आगरा-2871/2911
मोरेना-2700/2725
भरतपुर-2800
खैरतल-2700