ग्वार में लगातार दो दिनों से मन्दी जारी ,देखे नए मोठ के ताज़ा भाव ,मंडी भाव राजस्थान

प्रदेश के प्रमुख मंडियों के ताजा भाव की जानकारी***नोखा(बीकानेर)**28/09/2021**

रिपोर्ट

🌿मोठ 🌿*
*6300-7250(नया मोठ)

पुराना मोठ 6000 से 6800

( नए मोठ की आज 1100 बोरी के लगभग आवक रही )

🌿मूंग🌿*
5800-6200*

🌿ग्वार🌿5350/5501 ( NCDEX में ग्वार 100 रुपये की मन्दी के साथ बन्द रहा है)

28/09/2021
नये गुवार की आमदनी

*सौजन्य से सुशील शर्मा मंडी गोलूवाला*

गंगानगर ——-250 बोरी
सादुलशहर—-100 बोरी

(कुल गंगानगर मे 350 बोरी)

हनुमानगढ जक्शन—500 बोरी
संगरिया————-150 बोरी
गोलूवाला———–070 बोरी
पीलीबंगा———–030 बोरी

(हनुमानगढ जिले मे कुल 750 बोरी गुवार )

सिरसा—–170 बोरी
आदमपुर—030 बोरी

( हरियाणा मे कुल नया गुवार 200 बोरी)

अबोहर—-50 बोरी

(पंजाब मे कुल 50 बोरी नया गुवार)

अन्य राजस्थान मे
50 बोरी

(350+750+200+50+50=1500)
बोरी गुवार नया आया

*जैसलमेर से कन्हैयालाल जी*
*के अनुसार गम का कामकाज करीब 1900 टन का*

आज नये गुवार की आमदनी करीब 2000 के आसपास रही नमी ज्यादा होने के कारण कुछ मंडियो मे गुवार बीका नही हरियाणा मे भाव 4400 से 5000 और राजस्थान मे नये गुवार कै भाव 4800 से 5300 तक बीके
गुवार सभी क्वालिटी बहुत हल्की नमी 12 से लेकर 20℅ तक
नया और पुराना मिलाकर गुवार की आज की आमदनी 6400 बोरी की रही आज सभी जिंसों मे बिकवाली हावी रही काटन बैल्ट मे बहुत नुकसान है उत्पादन की नयी समिक्षा करनी होगी आज हनुमानगढ गंगानगर जिले मे बरसाते रही फसलो मे दागीपन आना तय है

*चलते चलते*

*किसी की उन्नति, वैभव को देखकर ईर्ष्या मत करो क्योंकि आपकी ईर्ष्या से दूसरों पर तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा मगर आपका स्वभाव जरूर बिगड़ जाएगा। किसी दूसरे की समृद्धि या उसकी किसी अच्छी वस्तु को देखकर यह भाव आना कि यह इसके पास ना होकर मेरे पास होनी चाहिए थी, बस इसी का नाम ईर्ष्या है।*
ईर्ष्या सीने की वो जलन है, जो पानी से नहीं अपितु सावधानी से शांत होती है। ईर्ष्या की आग बुझती अवश्य है किन्तु बल से नहीं, विवेक से। ईर्ष्या वो आग है जो आपकी खुशियों को जलाती है।
*अत: संतोष और ज्ञान रूपी जल से इसे और अधिक भड़कने से रोको ताकि आपके जीवन में खुशियाँ नष्ट होने से बच सकें। जलो मत साथ- साथ चलो। क्योंकि खुशियाँ जलने से नहीं अपितु सदमार्ग पर चलने से मिला करती है।*

*जय श्री राम*

*राजस्थान एग्री ग्रुप*
*सुशील शर्मा मंडी गोलूवाला*

🌿चना नया🌿*
4800/5000

🌿मेथी नई 🌿*6800/6870

मेथा 7000 से 7300*🌿

नया जीरा 🌿*
12500/13800*

🌿इसबगुल नया 13000 से 14000

*🌿काला तिल🌿* 8400 से 8600

🌿कणक🌿*
1900/2050*

🌿रायडा सरसो नया 🌿*
6900/7100*

🌿मतीरा बीज🌿* 6500 से 6800

आज मौसम में हल्की बादलवाई है ।

क़्वालिटी के हिसाब से आज के मोठ के भाव

6600

7150

7250

5800

6800

6800

7091

6500

7240 रुपये मोठ भाव

*राजस्थान एग्री ग्रुप*
आज अभी तक
गंगानगर 200 क्विंटल गुवार
गोलूवाला 10 क्विटल
सादुलशहर 15 क्विटल
कर्णपुर 7 क्विटल
अबोहर 20 क्विटल
पीलीबंगा 23 क्विटल
नया गुवार आया है
क्वालिटी बहुत ही खराब गम 26-27
से ज्यादा नही लगता नमी अत्यधिक है करीब 12 से लेकर अभी तक 20℅ तक आमदनी आज नये गुवार की करीब 400 क्विटल तक हो जायेगी पाऊडर वाले अभी शांत है
आज कपास और मूंग की आमदनी अच्छी है हनुमानगढ जिले मे बादलवाही है गुवार और गम मे अभी नजर रखनी चाहिए
काटन बेल्ट मे नुकसान है
✍️सुशील शर्मा मंडी गोलूवाला✍️

गुजरात गवार सीड लेटेस्ट बिजाई डेटा ता.27 सप्टे.
ईस वर्ष 1,13,778 हे.
गत वर्ष 1,22,305 हे
पिछले तीन साल का एवरेज 1,33,902
गुजरात में गवार की बिजाई पिछले साल की तुलना में 6.97 प्रतिशत कम है।

*कृषि बाजार भाव सर्विस दिनांक-28/09/2021 मंगलवार।

*लगातार हो रही भारी बारिश से किसानों की समस्याएं बढ़ते ही जा रही हैं, हजारों एकड़ खेत में पानी घुसने से सभी फसले हुई ख़राब कभी सूखे के लिए चर्चा में रहने वाले लातूर में अतिवृष्टि से सोयाबीन की तैयार फसल हुई खराब, मराठवाड़ा में भी किसान परेशान, नांदेड में केले की फसल पर बारिश का कहर*

*लातूर महाराष्ट्र में हो रही लगातार भारी बारिश के कारण किसानों को भारी नुकसान उठना पड़ रहा है. पहले किसान सूखे की वजह से परेशान हुआ करते थे .लेकिन अब अत्यधिक बारिश के कारण परेशान होना पड़ रहा है. बारिश के चलते किसानों की सारी फसले बर्बाद हो गयी हैं. ताज़ा मामला सामने आया है लातूर, बीड, उस्मानाबाद, जालना और परभणी का जहां पर भारी बारिश के कारण सभी जिलों में डैम ओवरफ्लो हो रहे हैं. जिसके कारण नदियों में बाढ़ है. किसानों के हजारों एकड़ खेत मे पानी घुस गया गया हैं, जिससे सारी फसलें खराब हो गई हैं।*

*जिलों में सभी डैम ओवर फ्लो हो रहे हैं मराठवाड़ा क्षेत्र में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण नदी और तालाब भर गए हैं डैम ओवरफ्लो हैं जिससे हजारों गांवों में फसल तबाह हो गई है. जिसमें सोयाबीन, गन्ना, कपास, केला और अन्य फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है नांदेड में केले की फसल पानी भरने से खराब हो गई है तो जलगांव में प्याज, कपास और गन्ना किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है?*

*भारी बारिश से लातूर जिले के किसान हुए परेशान कभी सूखे के लिए चर्चा में रहने वाले लातूर जिले के लोग इन दिनों अतिवृष्टि से परेशान हैं. जिले के अहमदपुर तहसील में भी बारिश के कारण नुकसान हुआ है. बाढ़ जैसी बारिश होने के कारण जो सोयाबीन की तैयार फसल बर्बाद हो गई है. सोयाबीन के अंकुर खेत में ही फूटने लगे हैं. जिससे किसानों का लाखों का नुकसान हो गया है. फसलें बर्बाद होने से किसान इन दिनों तनाव में जी रहे हैं।*

*खेत में खड़े होकर किसान ने बताई अपनी परेशानी लातुर जिले के अहमदपुर तहसील में रहने वाले किसान अंकित ने कहा कि हम किसानों की समस्या कम होने का नाम नही ले रही हैं. बारिश के कारण सभी फसलें खराब हो गई हैं. लाखों की लागत लगा के सोयबीन की खेती कर रहा था.लेकिन सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया है. इस साल भारी बारिश के कारण खरीफ की फसल को बहुत ज्यादा नुकसान हो गया है. हम सरकार से मदद की गुहार लगाते हैं कि किसानों को जल्दी ही आर्थिक ममद मिले सुरेंद्र शर्मा की कलम से और योगेन्द्र मिश्रा की स्याही से*

*भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। मध्य प्रदेश के बैतूल, रतलाम, झाबुआ, बुरहानपुर, आलीराजपुर, खरगोन, बड़वानी और धार में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं इंदौर, उज्जैन और होशंगाबाद संभाग में कही-कही भारी बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी से उठा तूफान आगे बढ़कर अवदाब के क्षेत्र में तब्दील हो गया है। वर्तमान में यह सिस्टम तेलंगाना के पास बना है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है। मानसून ट्रफ भी इंदौर से होकर गुजर रहा है। उधर बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इस वेदर सिस्टम के बुधवार से आगे बढ़ने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक भोपाल संभाग के जिलों में दोपहर के बाद गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।*

*मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि तेलंगाना पर बना अवदाब का सिस्टम कमजोर पड़कर कम दबाव के क्षेत्र में बदल सकता है। यह सिस्टम महाराष्ट्र से होकर अरब सागर में पहुंचेगा। हालांकि इस सिस्टम के अरब सागर में पहुंचकर फिर शक्तिशाली होने की भी संभावना है। इसके प्रभाव से तीन-चार दिन तक इंदौर, उज्जैन और होशंगाबाद संभागों के जिलों में रुक-रुककर बारिश का सिलसिला बना रहने की संभावना है। उधर बंगाल की खाड़ी में उत्तरी भाग में मंगलवार शाम तक एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इसके असर से बुधवार से प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मध्य प्रदेश के कई इलाकों में गुल-आब चक्रवात की वजह से तेज बारिश हो रही है।*

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