ग्वार में तेजी नही ‘बर्बादी’ थी , सौदों में झगड़े होना हुए शुरू किसान से लेकर मध्यमवर्गीय व्यापारी भी आया लपेटे में

4 दिन पूर्व जो ग्वार इठलाता हुआ
चल रहा था, उसकी चाल को तोड़कर
रख दिया है बड़े व्यापारियों ने। अपने
घमण्ड में चकनाचूर होकर मात्र
अफवाह के चलते इस ग्वार ने दो दिन
पूर्व ऐसी दौड़ लगाई कि इसके भाव
आसमान की ऊंचाइयों को छूते
हुए 12 हजार तक पहुंच गए।
ग्वार की इस रफ्तार को
देख बड़े व्यापारी और सटोरियों
ने इसके पूरे गणित को समझा,
तो पता चला कि अफवाह और
सॉशल मीडिया पर वायरल हुए
झूठे एसएमएस के चलते इसके
खरीददार एकसाथ टूट पड़े हैं।
अन्य जिन्सों को छोड़, सभी इसे
खरीदने में लगे थे, जिसके चलते भाव
एक ही दिन में लम्बी छलांग लगा गए।
कल जिस ग्वार के दाम 62 सौ रुपए
तक वायदा कारोबार में पहुंच गए थे,
उसी ग्वार के दाम आज 6190 रुपए
खुले और बिकवाली की भरमार के
चलते दाम लुढकते हुए 5682 रुपए
पहुंच गए और इसी के साथ ही लग
गई सेलर कैप।
कुछ खरीददारों के बाद सेलर कैप
खुली और इसके दाम समाचार लिखे
जाने तक 6 हजार रुपए तक पहुंचगए।

मतलब, आज फिर ग्वार के नखरे
ढीले हुए। यही ग्वार हाजिर बाजार में
6300 रुपए पहुंच गया। एक तरफ
देखें तो दो दिन में 12 हजारी ग्वार
आधे दामों में पहुंच गया। जबर्दस्त
नुकसान के चलते ग्वार बेचने वाले
व्यापारियों को चिंता सताने लगी है कि
खरीददार पार्टी माल की डिलीवरी लेगी
या नहीं? अगर डिलीवरी ले लेती है,
तो भुगतान होगा या नहीं?
दूसरी तरफ खरीददार परेशान हैं
कि वो अपनी जुबान पर कायम रहते
हुए ग्वार की डिलीवरी ले या इनकार
कर दे, क्योंकि दोनों ही परिस्थति में
उसे एक तरफ जुबान अहमियत खत्म
होती नजर आ रही है, तो दूसरी तरफ
जुल्ली-बिस्तरा बिकता नजर आ रहा
है। ऐसे में परिवार को ज्यादा अहमियत
दी जा सकती है।

इस स्थिति में किसी विवाद होनेकी संभावना से भी इनकार नहीं किया
जा सकता। उन व्यापारियों के साथ भी
माड़ी हुई है, जिन व्यापारियों ने यहां से
ग्वार खरीदकर रातों-रात हरियाणा ले
जाकर मोटी कमाई करने की सोची थी,
क्योंकि जब तक ग्वार पहुंचा, तब तक
कल सुबह भावों का पटाखा बज चुका
था। इन व्यापारियों को भी भारी
नुकसान हुआ है।
परसों ग्वार खरीदने वालों
का आलम यह था कि नोटों के
बड़े थैले भरकर वे बाजार में
पहुंचे थे और जमकर खरीद की
थी। दो दिन पहले तक जहां
खरीददार की भरमार थी, वहीं
अब ग्वार को बेचने वाले घूम
रहे हैं। इन तीन दिनों के अंदर
अरबों रुपए का फटका उन
लोगों को लगा है, जिन्होंने इस ग्वार
को 33 हजारी समझते हुए इसकी
खरीद की थी।
गौरतलब है कि पिछले दिनों
अफवाह और एक एसएमएस वायरल
हुआ था, जिसमें बताया गया था कि
ग्वार के दाम 33 हजार हो जाएंगे। इस
एसएमएस व अफवाह के बाद अनेक
छोटे व्यापारियों और किसानों ने ग्वार
की जमकर खरीद शुरू कर दी, जिसके
चलते 62 सौ रुपए वाला ग्वार दो दिन
में 12 हजार तक पहुंच गया।