देश के रबी फसल के मुख्य उत्पादक राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि से रबी फसलों को नुकसान
राज्यवार बारिश और फसलों को नुकसान की स्थिति

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सभी मंडियों के ताजा भाव
*देश के रबी फसल के मुख्य उत्पादक राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि से रबी फसलों को नुकसान*
*राज्यवार बारिश और फसलों को नुकसान की स्थिति*
*मध्य प्रदेश इंदौर क्षेत्र में आज मौसम साफ़। गेहूं की फसल को बारिश से 20% नुकसान। अशोकनगर क्षेत्र में दो दिन से बारिश। गेहूं फसल के लिए नुकसानदायक। डबरा क्षेत्र में आज मौसम साफ़। गेहू की फसल को बारिश से 10% नुकसान। गुना क्षेत्र में आज हल्की बारिश। फसल को कोई नुकसान नहीं। बैतूल क्षेत्र में बारिश के कारण गेहूं की फसल को 20% नुकसान। गंजबासोदा क्षेत्र में बारिश के कारण गेहू की फसल नुकसान। उज्जैन, दमोह, अशोकनगर, नर्मदापुरम, खरगोन और सागर में तेज बारिश के साथ कुछ जगहों पर ओले भी गिरे। मध्य प्रदेश के आधे से अधिक जिलों में 20 मार्च तक जारी रह सकती है बारिश।*

*उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जोरदार बारिश, सरसों और गेहूं की फसल को पहुंच सकता है नुकसान बहराइच क्षेत्र में कल हल्की बारिश के कारण फसल को फ़िलहाल नुकसान नहीं। तिलहर क्षेत्र में आज हल्की बारिश है। गेहूं की फसल को 20/25% नुकसान। कौशाम्बी क्षेत्र में मौसम साफ़। फसल को कोई नुकसान नहीं । इटावा क्षेत्र में कल रात से हो रही है बारिश। चना, गेहू और सरसो की फसल को काफी नुकसान औरिया क्षेत्र में में  बारिश से 20-25% नुकसान। शाहजहाँपुर क्षेत्र में कल से हो रही है बारिश। गेहूं की फसल को 20-25 % नुकसान। हरदोई क्षेत्र में आज बारिश, गेहूं को नुकसान है। मौसम विभाग के अनुसार 21 मार्च तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। दिल्ली सहित नोएडा और गाजियाबाद में बारिश के साथ साथ ओले भी गिरे। गेहूं और सरसों को पहुंच सकता है नुकसान। कृषि बाजार भाव सर्विस मौसम विभाग ने 33 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है इनमें सीतापुर, शाहजहांपुर, बाराबंकी, कौशांबी, प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर, भदोही, बस्ती, सिद्धार्थनगर, गौंड़ा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पौलीभीत, बुलंदशहर और बांदा शामिल। कानपुर, सहारनपुर, लखनऊ, आगरा, झांसी, मेरठ, कानपुर, रायबरेली, ललितपुर और झांसी में भी बारिश हुई।*

राजस्थान बूंदी/उदयपुर जिले में तेज हवाओं के साथ हुई बरसात और ओलावृष्टि से फसलों को 10-15 % पंहुचा नुकसान। ओले गिरने से गेहूं, चना और सरसों को पहुंचा नुकसान। जयपुर में पड़े ओले और तेज हवाओं से बढ़ सकता है नुकसान। सबसे अधिक असर चना, सरसों और गेहूं पर पड़ सकता है। अजमेर, बीकानेर, राजसमंद, श्रीगंगानगर और बीकानेर में मौसम ख़राब। उत्तरी राजस्थान के गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर बेल्ट में तेज बारिश के कारण तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक गिरा। आज जोधपुर और नागौर बेल्ट में बारिश होने की वजह से जीरा और इसबगोल की फसल को काफी नुकसान हुआ है राजस्थान में पिछले 24 घंटे के दौरान 23 जिलों- चूरू, धौलपुर, अजमेर, करौली, कोटा, बांसवाड़ा, दौसा, नागौर, सवाई माधोपुर, हनुमानगढ़, गंगानगर, अलवर, बूंदी, डूंगरपुर, सीकर, जयपुर, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा, भरतपुर, बारां, बीकानेर, जोधपुर और चित्तौड़गढ़ में पड़ी बारिश। टोंक क्षेत्र में बारिश से सरसों और गेहूं की फसलों को नुकसान।

पंजाब मांझा क्षेत्र में बारिश ने गेहूं फसल को पहुचाया नुकसान । किसानों में की मुआवजे की मांग । तरन तारन और अमृतसर में बारिश से साथ-साथ तेज हवाएं चलने से फसल खेतों में गिरी। सरसों को भी पंहुचा नुकसान। गुरुदासपुर में भी बारिश से नुकसान का दायरा बढ़ा। तेज हवा और मूसलाधार बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से पांच फीसदी गेहूं की फसल को बिछी। मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक बारिश होने की दी रिपोर्ट।

हरियाणा करनाल में हुई बारिश से गेहूं व सरसों की फसल को नुकसान। अगौती फसल कटाई के लगभग तैयार, अधिक बारिश हुई तो दाना की मात्रा भी घट सकती है। कृषि बाजार भाव सर्विस बारिश साथ-साथ तेज हवाएं चलीं और ओलावृष्टि भी हुई, जिससे खेतों में फसल गिरी। मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक बारिश होने का अलर्ट जारी किया।

मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश और ओलावृष्टि से रबी फसलें प्रभावित मध्यप्रदेश में पिछले तीन दिन से मौसम का मिजाज बिगड़ा है। शनिवार शाम भोपाल, मंदसौर, आगर-मालवा और पन्ना में ओले गिरे। तेज आंधी के साथ बारिश हुई। इसके अलावा रतलाम के जावरा में भी तेज बारिश हुई। राजगढ़ में तेज बारिश से मंडी में रखा गेहूं बह गया। आधे से ज्यादा मध्यप्रदेश में 20 मार्च तक ‘बेमौसम’ बारिश का दौर जारी रहेगा। दो सिस्टम एक्टिव होने से ओले भी गिर रहे हैं। कई शहरों में हवा की स्पीड 75Km प्रति घंटा तक पहुंच गई। मौसम वैज्ञानिकों ने ओलावृष्टि होने और तेज आंधी चलने की संभावना भी जताई।

*भोपाल में दोपहर बाद बादल छा गए। शाम होते-होते करीब 6:30 कई इलाकों में गरज-चमक और तेज आंधी के साथ बारिश। इस दौरान करोंद, अयोध्या बायपास, भानपुर समेत कई क्षेत्रों में बेर के आकार के ओले भी गिरे। भोपाल में शनिवार देर शाम तेज आंधी के साथ ओले गिरे। हरदा जिले की रहटगांव तहसील मुख्यालय समेत अन्य गांवों में करीब आधा घंटे तक बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। बारिश और ओले से किसानों को नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी फसल बिछ गई है।*

*खंडवा में शनिवार दोपहर के बाद बारिश ओलावृष्टि हुई। आकाशीय बिजली गिरने से खेत में काम कर रही दो महिलाओं की मौत। इसके अलावा चार अन्य लोग भी झुलस गए। महिलाएं खेत में गेहूं फसल की कटाई कर रही थी। इसी दौरान बारिश शुरू हो गई। मंदसौर में शनिवार दोपहर बेर के आकार के ओले गिरे। आगर-मालवा में भी बारिश के साथ ओले गिरने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। आसमान में बादल छाए रहे। शाम को कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश हुई। ग्राम पालड़ा, पिपलोन, सुल्तान पुरा समेत कई जगह ओलावृष्टि हुई। पालड़ा के किसान सुंदर यादव ने बताया कि किसानों की खेतों में खड़ी फसल और खलिहानों में रखी फसल को नुकसान हुआ है। आगर-मालवा में ओलावृष्टि से सफेद चादर जैसी बिछ गई। खेतों में भी फसल बिछ गई। 14 मार्च से ही प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। 16-17 मार्च से मौसम ज्यादा स्ट्रॉन्ग हो गया है। उज्जैन, दमोह, अशोकनगर, नर्मदापुरम, खरगोन और सागर में तेज बारिश हुई। वहीं, प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए रहे। कुछ जगहों पर ओले भी गिरे।*

*पिछले 24 घंटे में रायसेन के बाड़ी में 2.51 इंच तक पानी गिरा। बैतूल के शाहपुरा में 1.88 और भैंसदेही में 1.11 इंच बारिश हुई। शिवपुरी के बैराड़ में 1.20 इंच पानी गिरा। सिवनी के बरघाट में 2.28, छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा में 1.22 इंच पानी गिरा। हरदा में तेज बारिश और ओलावृष्टि के कारण गेहूं की फसल खेत में ही बिछ गई। शुक्रवार को सागर जिले में बेर के आकार के ओले गिरे। ग्वालियर-चंबल अंचल के शिवपुरी, दतिया, ग्वालियर के ग्रामीण इलाकों में शुक्रवार शाम को भारी ओलावृष्टि हुई। कई जगह तो 15 से 20 मिनट तक ओले गिरे। रतलाम‎ में मार्च के महीने में सिर्फ 11 दिन के अंतराल में ही‎ ओले-बारिश की दोहरी मार पड़ी। शुक्रवार को भी तेज बारिश हुई। बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।*
*व्यापार अपने विवेक से करें*