बाजरा..मुख्य फ़सल में देरी के साथ साठी बाज़रे की फ़सल कमज़ोर रहने की आशंका…जल्दी में कीमतों में तेज़ी की संभावना..*

*बाजरा..मुख्य फ़सल में देरी के साथ साठी बाज़रे की फ़सल कमज़ोर रहने की आशंका…जल्दी में कीमतों में 100 रूपए तेज़ी की संभावना..*

बाजरे का स्टॉक प्राइवेट सेक्टर में धीरे-धीरे समाप्त होने वाला है। दूसरी ओर, हैफेड के पास पहले का स्टॉक में पड़ा माल टेंडर द्वारा काफी बिक गया है। अभी जल्दी में आने वाली साठी बाजरे की बिजाई कम होने की ख़बर है, जबकि मुख्य नई फसल आने में लंबा समय बाकी है।
इन परिस्थितियों को देखते हुए जल्दी में बाज़रे की 100 रूपए प्रति क्विंटल की और तेजी के आसार दिखाई दे रहे है।

विशेषज्ञों के अनुसार, बाजरे की मुख्य फसल सितंबर-अक्टूबर के माह में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में आती है। इसके अलावा एक छोटी फसल मध्य एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश में जून के माह में भी आती है, लेकिन उस फसल की बिजाई इस बार काफी कम रहने से साठी बाजरे के उत्पादन में कमी की आशंका गयी है।
गौरतलब रहे कि साठी बाजरे की बिजाई किसानों ने इस बार कम की है। सोयाबीन की ऊंची कीमतों को देखते हुए किसानों ने गर्मी वाली बाजरे की बिजाई काफ़ी कम की है। दूसरी ओर, बाजरे की घरेलू खपत में वृद्धि हुई है, चूंकि इसकी कीमतें अन्य सभी मोटे अनाजों में कमजोर चल रही है।
जानकारों के अनुसार, सीजन से लेकर के अब तक बाजरे में अपेक्षित तेजी नही बन पाई है। इसका मुख्य कारण यह था कि सरकार द्वारा सीजन में ही खरीद शुरू कर दिये जाने से कारोबारियों को माल काफी महंगा मिल पाया तथा जिन कारोबारियों ने सीजन में ऊंची कीमतों का स्टॉक किया है, उनके घर में ब्याज-भाड़ा लगाकर बाजरा काफी महंगा पड़ा है। अब धीरे-धीरे प्राइवेट सेक्टर का बाजरा समाप्त हो चुका है।
*हैफेड* द्वारा प्रचुर मात्रा में खरीद किया गया था, जो न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी कमजोर कीमतों पर टेंडर द्वारा धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। यही कारण है कि बीते माह यानी मई में बाजरा मौली-बरवाला पहुंच में 1390/1400 रूपए प्रति क्विंटल देख आया है।
हैफेड का टेंडर 1200/1225 रूपए प्रति क्विंटल के बीच एक्स गोडाउन में हुआ है। इस प्राइवेट सेक्टर में माल नही है जबकि हैफेड के पास भी ज्यादा स्टॉक अब नही बचा है। नई फसल आने में अभी 5 माह का पूरा समय बाकी है। यही कारण है कि बीते 3 दिनों के दौरान मौली-बरवाला पहुंच में 50 रूपए बढ़कर क़ीमतें 1450 रूपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। जानकार नई फ़सल से पूर्व बाज़रे की कीमतों में अच्छी तेजी के आसार दिखाई दे रहे है।
इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए वर्तमान कीमतों पर चालू माह के दौरान ही 100 रूपए प्रति क्विंटल की और तेजी की उम्मीद नज़र आ रही है।

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