जानिए आज के ताजा मंडी भाव , खराब मौसम के चलते बोली में हुई देरी ।

जानिए आज के ताजा मण्डी भाव

आज के ताज़ा मण्डी भाव

जनरल मर्चेंट एंड कमीशन एजेंट नोखा (बीकानेर)*

*09/05/2021*

*🌿मोठ बोल्ड🌿*
*6600-6800 Extra bold

*🌿मूंग🌿*
6000-6700

*🌿ग्वार🌿*
3800/3900

*🌿चना नया🌿*
5100/5275

*🌿 मेथी पुरानी 🌿*
4800/5200

*🌿मेथी नई 🌿*

5800/5950

मेथा 6000 से 6200

*🌿नया जीरा 🌿*
11500/12600

*🌿इसबगुल नया🌿* 9000/10400

(ज्यादातर माल 9200 से 9600)तक बिक रहा है ।

*🌿काला तिल🌿* 7500/7650

*🌿कणक🌿*
1650/1900

*🌿रायडा सरसो नया 🌿*
5700/6200

*🌿मतीरा बीज🌿* 4000/4100

*🌿काकड़िया बीज🌿* 7000/7700

*🌿जौ🌿*
1350 से 1400

🔈तारामीरा 5200 से 5400🔈

कल नोखा कृषि उपज मंडी आने वाले किसानों से निवेदन है कि कृपया करके वह सुबह 6:00 बजे से लेकर 11:00 बजे तक मंडी परिसर गेट तक आ जाए उसके बाद आने वाले वाहन को मंडी परिसर में आने की इजाजत नहीं दी जाएगी ।

*तीन महीनों में 36.5 लाख टन सरसों की आवक, 29.5 लाख टन की क्रशिंग*

नई दिल्ली (कमोडिटीज कंट्रोल) चालू सीजन के पहले तीन महीनों में यानी अप्रैल के अंत तक 36.50 लाख टन सरसों की मंडियों में आवक हो चुकी है जबकि 29.5 लाख टन सरसों की क्रशिंग हो चुकी है। जयपुर की ट्रेडिंग कंपनी मरुधर की रिपोर्ट के अनुसार देश में 86 लाख टन उपलब्ध सरसों में से अब चालू सीजन के लिए 56.5 लाख टन सरसों बचने का अनुमान है।

मरुधर की मासिक रिपोर्ट के अनुसार पिछले तीन महीनों के दौरान उत्तर प्रदेश में 5.65 लाख टन, राजस्थान में 19.05 लाख टन, पंजाब और हरियाणा में 2.6 लाख टन, गुजरात में 2.25 लाख टन, मध्य प्रदेश में 3.10 लाख टन के अलावा पश्चिम बंगाल, बिहार और अन्य राज्यों में 3.85 लाख टन सरसों की आवक हो चुकी है। फरवरी में 4.8 लाख टन, मार्च में 17.7 लाख टन और अप्रैल में 14 लाख टन सरसों की आवक हुई थी।

रिपोर्ट के अनुसार प्लांटों में फरवरी में 5.5 लाख टन, मार्च और अप्रैल में 12-12 लाख टन सरसों की क्रशिंग हुआ। इस तरह मंडियों में सप्लाई हुई 36.5 लाख टन में से 29.5 लाख टन की क्रशिंग के बाद प्लांटों के पास 7 लाख टन सरसों बची है। उनके पास एक लाख टन पिछे सीजन के स्टॉक को मिलाकर कुल 8 लाख टन सरसों उपलब्ध है। देश में इस साल 85 लाख टन उत्पादन और एक लाख टन बकाए स्टॉक को मिलाकर 86 लाख टन सरसों की उपलब्ध होने का अनुमान है।

मरुधर की रिपोर्ट का अनुमान है कि किसानों के पास अभी 48.5 लाख टन सरसों उपलब्ध है जो अब धीमी रफ्तार से अगले महीनों में मंडियों में पहुंचेगी। पिछले 15-20 दिनों में कोरोना संकट गहराने के साथ ही मंडियों में कामकाज प्रभावित होने से दैनिक सरसों की आवक घटकर डेढ़-दो लाख बोरी रह गई है। जबकि पहले आवक 6-8 लाख बोरी के आसपास थी। इस साल सरकारी एजेंसियों नैफेड और हाफेड के पास सरसों का कोई स्टॉक नहीं है। सरसों के भाव एमएसपी से ज्यादा बने रहे के कारण सरकारी एजेंसियों के खरीद केंद्रों पर सरसों बिकने के लिए नहीं पहुंची। इस साल सरसों का एमएसपी 4650 रुपये प्रति क्विंटल है। चालू सीजन में बाजार भाव एमएसपी से ऊपर ही बने हुए हैं। इसके कारण सरकारी एजेंसियां कोई खरीद नहीं कर पाईं ।