» मेथी का उत्पादन ‘फीश’ की हाल में उदयपुर में हुई मीटिंग में 21.74 लाख बोरी होने का
अनुमान व्यक्त किया गया था जो गत वर्ष 16.58 लाख बोरी हुई थी. ‘फीश’ की मीटिंग में
व्यक्त किया गया अनुमान परफेक्ट है. भारत में घरेलू और निर्यात मांग मिलाकर कुल 22
से 23 लाख बोरी मेथी की वार्षिक जरूरत है. चालू वर्ष में मेथी का कैरी फारवर्ड स्टॉक
बढ़कर एक लाख बोरी के आसपास रहने का अनुमान है. इस प्रकार मेंथी की चालू वर्ष की
बैलेंसशीट एकदम टाइट है. 2017 के बाद ऐसी टाइट बैलेंसशीट दिखाई दे रही है. 2017
और 2018 में मेथी का बंपर उत्पादन होने से वह स्टॉक काफी समय से खींचा जा रहा था.
» मेथी की एक्सपोर्ट डिमांड कोरोना के कारण निरंतर बढ़ रही है. गत सीजन में भारतीय मेथी
का रिकॉर्ड ब्रेक 4.50 लाख बोरी का निर्यात हुआ था जबकि चालू सीजन में कम से कम 3
लाख बोरी का निर्यात होने का अनुमान है. 3 लाख बोरी से निर्यात बढ़ने की संभावना भरपूर
है, लेकिन घटने की संभावना जरा भी नहीं है.
» मेथी का एक्सपोर्ट भाव मुंद्रा डिलीवरी कुछ समय पहले बढ़कर प्रति किलो ₹67 हुआ था जो
फिलहाल घटकर प्रति किलो 63.50 रुपया बोला जा रहा है. सभी एग्री कमोडिटी मार्केट
में इसमें भी विशेष रूप से स्पाइस कांप्लेक्स में भारी तेजी चलने से इस वर्ष मंदी होने की
कोई संभावना नहीं है.
» मेथी का भाव चालू सीजन में मुंद्रा डिलीवरी का घटकर कदाचित प्रति किलो ₹60 हो सकता
है, यह भाव होने की संभावना एकदम कम है और मेथी का भाव बढ़कर प्रति किलो ₹75
होने की पूरी पूरी संभावना है. आगामी 1 महीने में अचार का सीजन चालू होने से मेथी के
फुरिया की डिमांड बढ़ेगी, तब मेथी की मांग में भी वृद्धि दिखाई देगी.
– मेथी का निर्यात गल्फ कंट्री और अफ्रीकन देशों में निरंतर बढ़ रहा है. रमजान का त्यौहार
अप्रैल में होने से मेथी की निर्यात मांग फिलहाल बढ़ती रहेगी.
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