इशबगोल में ओर तेजी बाकी ! इशबगोल भाव भविष्य 2023 ,उत्पादन आंकड़े , इशबगोल तेजी मन्दी रिपोर्ट ,इशबगोल के भाव 2023

आज जानेंगे इशबगोल भाव भविष्य 2023 ,तेजी में तेजी कब आएगी
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किसान भाइयों राजस्थान हरियाणा की प्रमुख मंडियों (नोखा बीकानेर नागौर गंगानगर हनुमानगढ़ आदि)के भाव देखने के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहें हमारी कोशिश रहती है कि दिन भर होने वाली तेजी मंदीसे आपको अवगत करवाते रहें सीजन की शुरुआत हो चुकी है किस प्रकार आवक रही है किस प्रकार की क्वालिटी आ रही है सभी प्रकार की सूचनाएं आपको हमारी वेबसाइट पर मिलती रहेगी सभी प्रकार के भाव देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर विजिट करें
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सभी मंडियों के ताजा भाव
AAJ KE MOTH BHAV 2 APRIL 2023
AAJ KE METHI BHAV 2 APRIL 2023
AAJ KE GUAR BHAV 2 APRIL  2023
AAJ KE SARSO BHAV 2 APRIL 2023
आज के इशबगोल भाव 2 APRIL 2023
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इसबगोल भाव भविष्य 2023 इसबगोल में तेजी बाकी इसबगोल के भाव इसबगोल के गुजरात मंडी भाव इसबगोल के उत्पादन के आंकड़े 2023


» मार्च महीने में हुई बेमौसमी वर्षा के कारण फसल मेंसे २५ से ३० %अच्छी क्वालिटीकी होगी »

ट्रेडर , विदेशी खरीददार सभी खाली होने से सीजन के आरंभ में चार लाख बोरी का निर्यात व्यापार हुआ
» इसबगोल की बुवाई चालू वर्ष में २५ से ३० % बढ़ने से कम से कम ३० से ३२ लाख बोरी ( एक बोरी ७५ किलो ) का उत्पादन होने का अनुमान व्यक्त हो रहा है . कुछ विदेशी खरीदार सहित लोकल ट्रेडर ऊंचे में ३४ से ३५ लाख बोरी उत्पादन होने का अनुमान व्यक्त कर रहे थे

लेकिन १५ जनवरी के बाद वेदर में लगातार प्रॉब्लम पैदा हुआ था . » देश में इसबगोल का जो उत्पादन होता है उसमें से ७० से ८० % उत्पादन राजस्थान में होता है . जनवरी के बाद राजस्थान के अनेक क्षेत्र में बर्फ वर्षा हुई थी . इसके बाद फरवरी में अनेक क्षेत्र में भारी गर्मी पड़ी थी और अंत में १० मार्च के बाद में बेमौसमी वर्षा होने से राजस्थान की इसबगोल की फसल में भारी नुकसान हुआ था . गुजरात में कच्छ में इसबगोल की बुवाई अधिक होती है , वहां भी पहले भारी गर्मी और उसके बाद में बेमौसमी वर्षा से नुकसान हुआ था . गुजरात में पहले २ लाख बोरी इसबगोल का उत्पादन होने का अनुमान था लेकिन अब ३० % फसल कम आने की धारणा है . मध्यप्रदेश में भी मार्च में हुई बेमौसम वर्षा से इसबगोल की फसल को नुकसान हुआ है . राजस्थान के क्षेत्र में हाइब्रिड बीज की बुवाई हुई थी लेकिन ४ से ५ बार मानसून की ऋतु जैसी वर्षा होने से उसे भी नुकसान हुआ था . कुल मिलाकर इसबगोल की फसल को प्रतिकूल वातावरण से ३० % से अधिक नुकसान हुआ है जिसके कारण अब इसबगोल की फसल २३ लाख बोरी आने का अनुमान है जिसमें कमी होने की संभावना है लेकिन २३ लाख बोरी से अधिक आने की संभावना बहुत कम है . » जनवरी से मार्च के दौरान प्रतिकूल वातावरण रहा और मार्च के

आरंभ से बेमौसमी वर्षा का पूर्वानुमान होने लगने से किसानों ने खेत में उगी इसबगोल वर्षा के कारण खराब ना हो जाए उसके लिए कच्चा निकाल लिया था . खेत में जो तैयार हुई थी पर वर्षा हुई थी तथा खेत से निकालकर खुले में रखा था उस पर भी वर्षा हुई थी . जिसे इसबगोल की फसल में चालू वर्ष में क्वालिटी का भारी मामला दिखाई देगा . चालू वर्ष में मात्र २५ से ३० % अच्छी क्वालिटी का इसबगोल दिखाई देगा . फारेन क्वालिटी अधिक आएगी .

» गत सीजन के आरंभ में ५० हजार बोरी कैरी फॉरवर्ड स्टाक रहने का अनुमान व्यक्त हुआ था लेकिन सीजन के अंत में उंझा में एक लाख बोरी और फैक्ट्री के पास तीन लाख बोरी निकलने से कुल चार लाख बोरी कैरी फारवर्ड स्टॉक था . गत वर्ष इसबगोल की फसल २६ लाख
बोरी और कैरी फारवर्ड ४ लाख बोरी की गणना करने पर कुल ३० लाख बोरी की सप्लाई थी . इसबगोल की वार्षिक जरूरत २८ से ३० लाख बोरी की है जिसमें २४ से २५ लाख बोरी इसबगोल का निर्यात होता है और ४ से ५ लाख बोरी लोकल फार्मास्यूटिकल और मल्टी ग्रेन प्रोडक्शन में उपयोग होता है . गत वर्ष बैलेंस शीट टाइट होने से चालू वर्ष के आरंभ में कैरी फॉरवर्ड स्टॉक ५० हजार से एक लाख बोरी होने का अनुमान है . इस प्रकार चालू सीजन में २३ लाख बोरी फसल और कैरी फारवर्ड स्टाक की गणना करने पर कुल २३.५० से २४ एक बोरी की सप्लाई है और २८ से ३० लाख बोरी की डिमांड रहेगी .

» उंझा में मार्च एंडिंग की छुट्टी पडने से पहले दैनिक इसबगोल की ८ से १० हजार बोरी की आवक रहती थी जिसका भाव फॉरेन एफएक्यू वैरायटी का प्रति मन ₹ ३५०० से ३६०० , बेस्ट फॉरेन वैरायटी का ₹ ३६५० से ३६७५ , सेमी पैकेट वैरायटी का ₹ ३७०० से ३७२५ पैकेट वैरायटी का ₹ ३७५० से ३७७५ का भाव था .

» फिलहाल भूसी की मार्केट में भारी कमी है क्योंकि इसबगोल की फैक्ट्रियां डिस्पेरिटी होने से अनेक फैक्ट्रियां बंद है . उसी का भाव फिलहाल ९ ५ % का प्रति किलो ₹ ६८१ और ९९ % का प्रति किलो ₹ ८५० का भाव चल रहा है .

» ईसबगोल की एक्सपोर्ट डिमांड खुल गई है और नए इसबगोल के हार्ट का व्यापार ऑलरेडी हो चुका है जिसकी डिलीवरी अप्रैल से दिसंबर में करनी होगी . ईसबगोल की फसल बड़ी होगी ऐसा मान कर भूसी के एक्सपोर्ट का व्यापार प्रति किलो ₹ ५२५ से शुरू हुआ था . से » ईसबगोल की फसल बड़ी होगी ऐसा फॉरेन खरीदार मानते थे इससे उन्होंने प्रारंभिक चरण में इसबगोल नहीं खरीदा था आप ही व्यापारियों को भी भारी फसल आने का अनुमान होने से व्यापारियों के बाद भी इसबगोल का स्टॉक नहीं है , जिससे फिलहाल सिर्फ किसानों के पास इसबगोल का स्टॉक है . इससे पाइपलाइन खाली है .

» मार्च एंडिंग के ५ दिन उंजा मंडी बंद रही उसके दौरान २० यार बोरी का व्यापार हो चुका है जो बताता है कि इसबगोल की पाइप लाइन बिल्कुल खाली है .

» इसबगोल की बैलेंस शीट टाइट होने से उंजा में भाव की रेंज पूरे सीजन के दौरान प्रति मन ३३०० रुपए से ४५०० रुपए की और भूसी की रेंज प्रति किलो ₹ ७५० से ८०० का अनुमान है .

आप व्यापार अपने विवेक से करें आपको होने वाले लाभ और हानि की जवाबदारी हमारी नहीं होगी धन्यवाद

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