* 04/06/2021 जानिए ग्वार ओर चना पर विशेष रिपोर्ट ।
*ग्वार में क्या हो रणनीति जानिए आज वायदा बाजारों में ग्वारसीड और ग्वारगम में नरमी देखने को मिल रही है हाल के दिनों में, देशव्यापी तालाबंदी के कारण ग्वारगम निर्यात में गिरावट हुई है, जिसने औद्योगिक गतिविधियों को बाधित किया है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की माँग धीमी हुई है दूसरे, गुजरात कृषि विभाग के नवीनतम आँकड़ों से पता चलता है कि इस सीजन में 10 मई तक बुवाई का रकबा पिछले साल के 1,702 की तुलना में 1,807 हेक्टेयर हो गया है बाजार जानकारों ने ग्वारसीड और ग्वारगम छोटी अवधि में गिरावट बता रहे है वही लम्बी अवधि में तेज़ी की उम्मीद जता रहे है जानकारों ने ग्वारसीड और ग्वारगम वायदा (जून) की कीमतों में क्रमशः 4,140-4,120 रुपये और 6,330-6,300 रुपये के स्तर तक गिरावट जारी रहने की संभावना बताई है।ओर हाजिर ग्वार 4000 से मन्दा ही रहने की सम्भावना बताई जा रही है ।
*बाकी व्यापार अपने विवेक से करें*
*04/06/2021
*चने में क्या हो रणनीति जानिए आज वायदा बाज़ारों में चने की कीमतों में नरमी देखने को मिल रही है आपको बता दे कृषि मंत्रालय के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, 2020-21 में चना उत्पादन 2019-20 में 11.1 मिलियन टन से बढ़कर 12.6 मिलियन टन होने की उम्मीद है। दूसरे, लॉकडाउन प्रतिबंधें के कारण घरेलू बाजारों में चने की माँग कमजोर है। वही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने आज अपनी घोषणा में बोला कि चना व मटर में ड्यूटी घटाने की कोई इरादा नहीं है वही मसूर को लेकर ये कहा गया है की मसूर की ड्यूटी को थोड़ा घटाया जा सकता है | सरकार के इस बयान के बाद बाजारों में चने की कीमतों में गिरावट रुकने के आसार है चना वायदा (जून) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है। बाजार जानकारों के मुताबिक यदि कीमतें 5,200 रुपये के स्तर से नीचे टूटती है तो 5,150-5,100 रुपये तक का स्तर छूने की संभावना है।*
*बाकी व्यापार अपने विवेक से करें*