जानिए ग्वार(Guarseed) की आवक ,भाव ग्वार गम का टोटल कारोबार ।

*17/03/2021* 231100
की गुवार आमदनी कुल
*13500* बोरी

नया *8200*
पुराना *5300*

कुल आमदनी गुवार
17/03/2021 की

(1250+1450+3250+1100+1850+500+1300+00+000+000+300+100+300+350+400+000+000+00+000+1300+050 )=13500 बोरी मे से 5300 बोरी पुराना और नया 8200 बोरी नया)

कुल नया गुवार
01/10/2020 से
17/03/2021 से आज तक

*3368100*+ *8200* = *3376300* बोरी

पुराना गुवार अब तक

*496100* + *5300* = *501400* बोरी

01/10/2020 से
17/03/2021 तक की
गुवार की कुल आमदनी
*3864200*+ *13500* = *3877700* बोरी गुवार

राजस्थान के आज के भाव
3300 से 3750 तक गुवार के भाव

(आम भाव 3600 से 3660 तक रहे)

हरियाणा के गुवार का 3200 से 3690 तक रहे

(आम भाव 3560 से 3620 तक रहे)

पंजाब मे कोई आवाक नही

मध्यप्रदेश मे कोई अवाक नही

गुजरात के भाव 3300 से 3660 तक रहे
(आम भाव 3560 से 3620 तक रहे)

*कन्हैया लाल चांडक जी की कलम से आज गम का कामकाज*

*आज गम का टोटल कारोबार 540 टन का कामकाज*

आज राजस्थान मे 2 मंडिया बंद थी किसान आंदोलन के कारण
गम का कामकाज समान्य रहा
आज सरसो की आमदनी 10 लाख 50 बोरी के आसपास रही
आज भी सरसो मे मंदी देखने को
हाजिर मे सरसो का दबाब और तेलो मे बिकवाली अधिक होने के कारण आज दबाब देखने को मिला सरसो 5500 के आसपास आ सकती है पर ज्यादा मंदा नही है
सोयाबीन की आवाक आज करीब 80 हजार के आसपास रही घटे भावो मे फिर लिवाली की जा सकती है
कैस्टर की आवाक आज करीब 1 लाख 10 हजार के आसपास रही
आज चने मे भारी मंदी देखने को मिली श्रीपाल सारस्वत जी के अनुसार चने की फसल राजस्थान मे काफी कमजोर है मंदी का माहौल बनाया जा सकता है लेकिन धरातल के तथ्य से इनकार नही कर सकते

*चलते चलते*

*सत्य है कि लोहे से ही लोहे को काटा जा सकता है और पत्थर से ही पत्थर को तोडा जा सकता है। मगर ह्रदय चाहे कितना भी कठोर क्यों ना हो उसको पिघलने के लिए कभी भी कठोर वाणी कारगर नहीं हो सकती क्योंकि वह केवल और केवल नरम वाणी से ही पिघल सकता है।*
क्रोध को क्रोध से नहीं जीता जा सकता, बोध से जीता जा सकता है। अग्नि अग्नि से नहीं बुझती जल से बुझती है। समझदार व्यक्ति बड़ी से बड़ी बिगड़ती स्थितियों को दो शब्द प्रेम के बोलकर संभाल लेते हैं।
*हर स्थिति में संयम रखो, संयम ही आपको क्लेशों से बचा सकता है। आँखों में शर्म रहे और वाणी नरम रहे तो समझ लेना परम सुख आपसे दूर नहीं।*

*रूठते हैं शब्द भी अपने गलत इस्तेमाल होने पर,*

*देखा है हमने शब्दों को भी अकसर रूठते हुए।*

*जय श्री राम*

धन्यवाद

राजस्थान एग्री ग्रुप

मैं विशेष रूप से धन्यवाद देना चाहता हूं*सुशील शर्मा गोलूवाला* जो हमेशा ग्वार के डेली रिपोर्ट हमारे साथ साझा करते हैं और उनकी परमिशन के चलते ही हम वेबसाइट पर यह खबर लगाते हैं