“चना” में तेजी बरकरार , भारी डिमांड ,देखिए एक्सपर्ट की राय ।

राजस्थान में कमजोर बारिश की वजह से इस बार चने की फसल कमजोर रही है और चने की भारी डिमांड के चलते आज नोखा में चना ₹4900 प्रति क्विंटल पर बिका

चने को लेकर हमारे एक्सपर्ट की राय भी जरूर देखें

» पूर्वीय मध्य प्रदेश में बेमौसम बारिश के कारण चना की फसल बड़ी प्रभावित होने से चना
के भाव बढ़े है।
» गवर्नमेंट द्वारा उपभोक्ताओं को महंगाई से बचाने के लिए दलहन के बफर स्टॉक को तीन
लाख टन बढ़ाकर 23 लाख टन करने की योजना बनाई है।
» एग्रीकल्चर मिनिस्ट्री ने चना के उत्पादन का अनुमान 116 लाख टन का रखा है, उसके
सामने ट्रेड का अनुमान 90 से 95 लाख टन का है। पिछले साल देश में चना का उत्पादन
95 लाख टन का हुआ था।
» महाराष्ट्र गवर्नमेंट ने चना की 6.17 लाख टन की एमएसपी से खरीदारी करने की घोषणा की
है, जबकि कर्नाटक ने 1.67 लाख टन चने की खरीदारी करने का फैसला किया है। कर्नाटक में
प्रति एकड़ चार क्विंटल और एक किसान के पास से 15 क्विंटल चने की खरीदारी की जाएगी।
» टेक्निकल फ्रन्ट पर चना मार्च वायदा में भाव बढ़कर रु.5,100 से 5,250 हो सकते है।
चना वायदा में जब तक भाव रु.4,800 के ऊपर है, तब तक तेजी की संभावना चालू रहेगी।
आमतौर पर जब कोई नई फसल बाजार में आती है, तब आगे के सभी कांट्रैक्ट डिस्काउंट में
चलते हैं, लेकिन चना में इस साल आगे के सभी कांट्रैक्ट प्रीमियम में चल रहे हैं, जो दिखाता
है कि चने की मांग लंबे समय तक जारी रहेगी।