मंडियों में कम आवक के चलते देशी चना में तेजी की सम्भावना , जानिए एक्सपर्ट की राय ।

देसी चने का उत्पादन कम होने के
साथ-साथ कोविङ-19 महामारी के
चलते महाराष्ट्रमौलाना लगभग एक
चौथाई रह गया है वहीं अंतर्राष्ट्रीय
बाजारों में ऊंचे भाव होने से देसी चने
में लगातार तेजी का रुख बना हुआ
है। तथा इसी लाइन पर 7000 रुपए
प्रति क्विंटल बन जाने की संभावना
प्रबल दिखाई देने लगी है।
राजस्थान के नोहर भादरा, सवाई
माधोपुर, तारानगर, सरदारशहर के
साथ-साथ मध्य प्रदेश के सागर,
भोपाल, बीनागंज, इंदौर, ग्वालियर,
लश्कर एवं ललितपुर, झांसी लाइन
में देसी चने की आपूर्ति गत वर्ष की
समान अवधि की
तुलना
प्रतिशत कम हो रही है। इसके
अलावा किसी भी देश से आयात
करने पर वर्तमान भाव से 500 रुपए
प्रति क्विंटल महंगा पड़ रहा है, इन
परिस्थितियों को देखते हुए देसी चना
जल्दी 7000 रुपए प्रति क्विंटल को
दिल्ली लारेंस रोड पर खड़ी मोटर में
बन सकता है।तथा दूरगामी परिणाम
7500 रुपए का दिखाई दे रहा है।
इसका उत्पादन गत वर्ष के 85 लाख
मैट्रिक टन की तुलना में इस बार 65
लाख मैट्रिक टन रह जाने का में 40अनुमान आने लगा है।

गौरतलब है
कि महाराष्ट्र के अकोला, जलगांव
लाइन में चापा चना 12 से 13
लाख मैट्रिक टन आता था, जो इस
बार मुश्किल से सात लाख मैट्रिक
टन के आस-पास ही रह गया है।
उधर कर्नाटक में भी उपलब्धि कम
रही है, दूसरी ओर वर्तमान में भी
कोविड-19 महामारी का प्रकोप
तेजी से बढ़ने लगा है जिसके चलते
बाजारों में दहशत का माहौल बन
गया है तथा वितरक मंडियों केव्यापारी हर भाव में
दाल व कच्चे माल
की लिवाली करने
लगे हैं यही कारण है
कि उत्पादक मंडियों से
लेकर वितरक मंडियों
तक बाजार तेजी की
तरफ बना हुआ है देसी
चने के भाव इस कदर
बढ़ गए हैं कि सरकार
को भी इस बार
मिलना मुश्किल हो
गया है। देसी चने का
समर्थन मूल्य 5100
रुपए प्रति क्विंटल है,
जबकि यहां भाव
5900 एवं उत्पादकमंडियों में 5600/5700 रु हो गए
हैं। जिससे सरकार को देसी चना
मिलना मश्किल हो गया है, इन
सारी परिस्थितियों को देखते हुए
राजस्थानी चना, जो यहां लॉरेंस रोड
पर 5900 रुपए बिका है, उसके
भाव आने वाले समय में 7000
रुपए बन जाने की संभावना
दिखाई देने लगी है तथा दूरगामी
परिणाम 7500 रुपए प्रति क्विंटल
तक बन जाने के आसार दिखाई देने
लगा है।

विजय कुमार ने अपना कार्यकाल पूरा किया, एनसीडीईएक्स पर बोली लगाई
● अपना 3 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद, श्री कुमार को 3 महीने का एक्सटेंशन मिल गया
सेबी, जो आज समाप्त हो गया।

मुंबई, 17 अप्रैल, 2021: श्री विजय कुमार, जिन्होंने एमडी के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया; पर सीईओ
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (NCDEX), भारत के प्रमुख कृषि के लिए बोली लगाता है
शनिवार को उसकी विस्तारित सेवा अवधि समाप्त होने के बाद कमोडिटी एक्सचेंज। उसके पूरा होने के बाद
3 साल के कार्यकाल के लिए, बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड
(SEBI) ने उन्हें इस साल जनवरी में 3 महीने का एक्सटेंशन दिया था।
श्री कुमार के कार्यकाल के दौरान, एक्सचेंज ने लॉन्च की तरह महत्वपूर्ण उपलब्धियां देखीं
गुड्स कॉन्ट्रैक्ट्स, इंडेक्स और इंडेक्स आधारित उत्पादों आदि का विकल्प
नेतृत्व, एनसीडीईएक्स ने व्यापार को बढ़ाने के लिए अपनी ट्रेडिंग प्रणाली और ट्रेडिंग फ्रंट-एंड को अपग्रेड किया
अनुभव। इनमें एक्सचेंज की व्यावसायिक रणनीति में किसानों को विशेष ध्यान दिया गया
eNWR (इलेक्ट्रॉनिक निगोशिएबल वेयरहाउसिंग रसीद) और विकल्प की शुरुआत के साथ साल
परिचित कार्यक्रम, जो एफपीओ (किसान) के स्तर को बढ़ाने में एक लंबा रास्ता तय करेगा
NCDEX प्लेटफॉर्म पर निर्माता संगठन) की भागीदारी।
नए एमडी की नियुक्ति & amp; एक्सचेंज के सीईओ, नियामक दिशानिर्देशों के अनुसार, है
समय से पहले और संबंधित घोषणाएं की जाएंगी।