कुल ग्वार आवक ,ग्वार गम व्यापार रिपोर्ट

*10/02/2022*
की गुवार आमदनी कुल
*16400* बोरी

नया। *14800*
पुराना *1600*

सोजन्य से:- *सुशील शर्मा मंडी गोलूवाला*

(1) श्री गंगानगर जिला– *1200* बोरी

नया—–पुराना

गंगानगर—————-0340 बोरी
विजयनगर—————040 बोरी
घङसाना ———————-130 बोरी
रावला——————-030 बोरी
अनुपगढ—————–010 बोरी
केसरीसिहपूर————-030 बोरी
रायसिंहनगर————-200 बोरी
सादूलशहर ——————-100 बोरी
कर्णपूर ————————070 बोरी
गजसिहपूर ——————-040 बोरी
सुरतगढ ———————-100 बोरी
रिडमलसर ——————–020 बोरी
पदमपूर ———————–100 बोरी
जैतसर——————-020 बोरी

(1200 बोरी गुवार मे से 200 बोरी गुवार पुराना )

(2) हनुमानगढ जिला— *1800* बोरी
नया—–पुराना

हनुमानगढ टाऊन——-0230 बोरी
HMH जंक्शन ————0170 बोरी
रावतसर—————–230 बोरी
नोहर——————-0500 बोरी
पीलीबंगा ———————100 बोरी
भादरा——————-100 बोरी
संगरिया ———————0350 बोरी
गोलूवाला—————-050 बोरी
साहवा——————-040 बोरी

(1800 बोरी मे से 100 बोरी पुराना गुवार )

(3) हरियाणा राज्य—- *3100* बोरी
नया—–पुराना

ऐलनाबाद—————-350 बोरी
हिसार ————————-010 बोरी
सिरसा ———————-0700 बोरी
कालावाली—————200 बोरी
डब्बवाली ——————–200 बोरी
आदमपूर ——————-0600 बोरी
भिवानी——————020 बोरी
भट्टू——————–050 बोरी
चरखी दादरी————-030 बोरी
नारनौर——————040 बोरी
शिवानी—————–0800 बोरी
अन्य———————070 बोरी

(3100 बोरी गुवार मे से 300 बोरी पुराना )

(4) नागोर जिला—- *1400* बोरी
नया—–पुराना

नागोर——————0200 बोरी
मेङता सिटी————-410 बोरी
डेगाना——————0600 बोरी
कुचामन—————–080 बोरी
अन्य———————110 बोरी

(1400 बोरी गुवार मे से 200 बोरी पुराना )

(5) बीकानेर जिला—- *3350* बोरी
नया पुराना

बीकानेर—————-0600 बोरी
ऊनमण्डी—————-400 बोरी
लूणकरणसर———–0880 बोरी
डुग॔रगढ ———————0130 बोरी
खाजूवाला—————040 बोरी
नोखा——————0650 बोरी
पुगल बैल्ट—————350 बोरी
बज्जू बेल्ट—————150 बोरी
छतरगढ——————010 बोरी
दांतौर बेल्ट—————080 बोरी
अर्जनसर—————–000 बोरी
अन्य———————060 बोरी

(3350 बोरी गुवार मे से 300 बोरी पुराना)

(6) जौधपर जिला– *550* बोरी

जौधपूर ———————–050 बोरी
फलोदी ———————-0100 बोरी
भाप———————100 बोरी
बिलाडा——————000 बोरी
लोहावट——————050 बोरी
डेचू——- ——————-050 बोरी
अन्य —————————200 बोरी

(550 बोरी गुवार मे से 000 बोरी गुवार पुराना )

(7) बाङमेर जिला—- *1250* बोरी

बाङमेर ———————-0200 बोरी
बालोतरा—————–000 बोरी
चोहटन ———————-0500 बोरी
धोरीमन्ना—————–050 बोरी
अन्य———————200 बोरी

(1250 बोरी गुवार मे से 200 बोरी पुराना)

(8) जैसलमेर जिला—- *200* बोरी

मोहनगढ—————–015 बोरी
रामगढ——————-010 बोरी
जैसलमेर—————–030 बोरी
PTM————————–010 बोरी
नाचना——————-025 बोरी
पोखरण बैल्ट————-060 बोरी
नोख———————050 बोरी
अन्य———————000 बोरी

(200 बोरी गुवार नया )

(9) अलवर—- *000* बोरी

अलवर——————-000 बोरी
खैरथल——————000 बोरी
अन्य———————000 बोरी

(000 बोरी मे से 000 बोरी नया )

(10) भरतपूर जिला– *000* बोरी

भरतपुर——————000 बोरी
रूपवास—————–000 बोरी
ब्याना——————–000 बोरी
अन्य———————000 बोरी

(000 बोरी मे से 000 बोरी नया )

(11) पाली सांचौर मारवाङ —- *150* बोरी
नया पुराना

सुमेरपूर ———————–000 बोरी
भीनमाल—————–070 बोरी
अन्य —————————080 बोरी

(150 बोरी गुवार मे से 000 बोरी गुवार पुराना )

(12)-अजमेर जिला—- *150* बोरी
नया गुवार

ब्यावर——————0000 बोरी
किसनगढ—————-060 बोरी
बिजयनगर—————050 बोरी
अन्य———————040 बोरी

(150 बोरी गुवार नया )

(13)—जयपुर जिला—– *550* बोरी

कुकरखेङा—————020 बोरी
जयपुर——————-070 बोरी
चोमू———————200 बोरी
चाकसु——————-050 बोरी
फुलेरा——————-040 बोरी
बगरू——————–030 बोरी
साम्भर——————-000 बोरी
गंगापुर——————-030 बोरी
लालसोट—————–020 बोरी
फागी——————–040 बोरी
अन्य———————050 बोरी

(550 बोरी गुवार मे से 000 बोरी नया )

(14)—चुरू जिला—– *800* बोरी

चुरू———————020 बोरी
राजगढ—————–0400 बोरी
सरदारशहर————–150 बोरी
सुजानगढ—————-050 बोरी
तारानगर—————–070 बोरी
अन्य———————110 बोरी

(800 बोरी गुवार मे से 000 बोरी गुवार पुराना )

(15)—-सिकर जिला —- *600* बोरी

दातारामगढ————–030 बोरी
नीमकाथाना————–040 बोरी
श्रीमाधोपुर—————100 बोरी
लोसल——————-200 बोरी
फतेहपुर—————–070 बोरी
अन्य —————————160 बोरी

(600 बोरी मे से 000 बोरी पुराना गुवार )

(16)–केकङी जिला– *000* बोरी

(17)-भीलवाङा जिला– *000* बोरी

(18) -पंजाब राज्य—- *000* बोरी

अबोहर——————000 बोरी
रामामंडी—————–000 बोरी
गिदङबाहा—————000 बोरी
अन्य———————000 बोरी

(000 बोरी गुवार मे से 000 बोरी पूराना गुवार )

(19)–उत्तर प्रदेश—- *000* बोरी

(20)-मध्यप्रदेश राज्य– *000* बोरी

विजापुर——————000 बोरी
मुरेना——————–000 बोरी
कैलारस——————000 बोरी
अन्य———————000 बोरी

(000 बोरी गुवार मे से 000 बोरी पुराना)

(21)–गुजरात राज्य— *1300* बोरी

पाटन——————–049 बोरी
डीसा——————–000 बोरी
सिद्वपुर——————099 बोरी
राजकोट—————–010 बोरी
थराद——————–020 बोरी
मानसा—————— 016 बोरी
राधनपुर—————–038 बोरी
तलोद——————–001 बोरी
हलवद——————-000 बोरी
भचाऊ ———————-0080 बोरी
भाभर——————–005 बोरी
रापर———————025 बोरी
विसनगर—————–096 बोरी
हिम्मतनगर—————020 बोरी
लाखनी——————000 बोरी
डियोदर——————–12 बोरी
विजापुर——————048 बोरी
पीलुङा——————-010 बोरी
धानेरा——————-024 बोरी
कङी——————-0050 बोरी
हारीज——————-020 बोरी
भुज——————— 105 बोरी
महेसाना—————–018 बोरी
भिलङी——————001 बोरी
थरा———————–10 बोरी
जुनागढ——————000 बोरी
देहगाम——————024 बोरी
अंजार——————-024 बोरी
कुकरवाङा—————028 बोरी
कपङवंज—————–09 बोरी
पाथांवडा——————06 बोरी
बडगाव——————022 बोरी
गोझारिया—————-025 बोरी
बेचराजी—————–011 बोरी
नेनावा——————– 31 बोरी
वाकानेर——————-11 बोरी
कलोल——————-020 बोरी
मोडासा——————–00 बोरी
वाव———————–07 बोरी
राह————————00 बोरी
मोरबी——————–000 बोरी
जोटाणा——————010 बोरी
पालनपुर—————–066 बोरी
मांडल———————08 बोरी
कठलाल——————-00 बोरी
जामनगर—————–000 बोरी
जामजोधपुर—————03 बोरी
चाणस्मा——————-00 बोरी
इकबालगढ—————-00 बोरी
सतसलाना—————–20 बोरी
बिरमगांव——————00 बोरी
समी———————–00 बोरी
पोरबंदर——————000 बोरी
जसदन——————–01 बोरी
वाराही———————14 बोरी
दशाडापाटडी————–10 बोरी
उनावा———————08 बोरी
शिहोरी——————–00 बोरी
आंबलीयासन————–01 बोरी
धनसुरा——————–05 बोरी
इडर———————003 बोरी
टीटोई———————02 बोरी
अन्य———————243 बोरी

(1300 बोरी गुवार मे से 300 बोरी गुवार पुराना)

(सौजन्य से जगदीश जी ठक्कर -भाभर
कपङवंज से कल्पेश जी का आभार तह दिल से🌹🌹)

(22)- दौसा जिला—- *00* बोरी

दौसा———————000 बोरी
अन्य———————000 बोरी

(00 बोरी गुवार मे से 000 बोरी पुराना )

कुल आमदनी गुवार
10/02/2022 की

(1100+1800+3100+1400+3850+550+1250+200+000+000+150+150+550+800+600+000+00+000+000+000+1300+00 ) 16400 बोरी मे से 1600 बोरी पुराना और नया 14800 बोरी नया)

कुल नया गुवार
01/10/2021 से
10/02/2022 से आज तक

*2462000+14800=2476800* बोरी

01/10/2021 से
10/02/2022 तक

पुराना गुवार अब तक

*301700+1600=303300* बोरी

01/10/2021 से
10/02/2022 तक की
गुवार की कुल आमदनी

*2763700+16400= 2780100* बोरी गुवार

*112000*

राजस्थान मे आज के पुराने गुवार के भाव 5400 से 5750 तक भाव रहे

और नये गुवार के भाव 5300 से 5950 तक रहे

हरियाणा मे पुराने गुवार के भाव 5600 से 5750 तक

और नये गुवार के भाव 5300 से
5850 तक रहे

पंजाब बंद रहा

गुजरात के भाव 5400 से 5850 रूपये तक रहे

*जैसलमेर से कन्हैयालाल चांडक जी के अनुसार गम मे आज 1310 टन का कामकाज हुआ*

आज वायदे मे तेजी देखने को मिली जब बाजार बढता है तो किसानो के साथ साथ व्यापारीयो मे प्रसन्नता होती है एक प्रकार से हर बुद्धिजीवियों मे उल्लास का मन होता है थोडी दिक्कत गुवार कोरमा चुरी मे है अगर यह साथ दे तो जिस प्रकार हमारे मित्र कहते है की भम्भूरी बन जायेगा
आज सरसो की आमदनी करीब 1 लाख 25 हजार के आसपास रही आमदनीयो मे अब इजाफा होता जायेगा
आज सोयाबीन की आमदनी करीब 2 लाख 75 हजार के आसपास रही
आज कैस्टर की आमदनी करीब 43 हजार के आसपास रही हाजिर मे डिमांड रहने और आमदनीयो मे कमजोरी के कारण कैस्टर हाजिर मे तेजी का रूख रहा
आज काटन बैल्स की आमदनी करीब 1 लाख 27 हज़ार के आसपास रही आज काटन बैल्स के साथ साथ खल मे वायदे मे भी तेजी रही मगर जिस तरह से वायदे मे तेजी आई खल हाजिर मे इतनी तेज नही रही आने वाले दिनो मे किसानी कपास 11000 के भाव को पार कर सकती है

*चलते चलते*

*मन ही बन्धन एवं मोक्ष का कारण है, मन विषयों में आसक्त हो जाय तो बन्धन का कारण बनता है , यदि मन परमात्मा में आसक्त हो जाय तो मोक्ष का कारण बन जाता है–*
*चेतः खल्वस्य बन्धाय मुक्तये चात्मनो मतम्।*
*गुणेषु सूक्तं बन्धाय रतं वा पुसिं मुक्तये।।*

*भगवान मनुष्य का शरीर नहीं बल्कि हृदये देखते हैं, मन की विशालता प्रभु को आकर्षित करती है,मन मे छिपी अहंता ममता स्व-पर की भावना मन को दुःखी करती है।*

*मन के ये धर्म आत्मस्वरुप में भासमान होने के कारण आत्मा स्वयं को सुखी दुःखी मानती है , परन्तु वास्तव में वह आनन्द स्वरुप है, भगवान सुख दुःख के दाता है , अहमन्यता और ममता उन्हीं पर छोड़ने से ही आनन्द मिलता है।*

*मन अधोगामी है,मनुष्य का मन पानी की भाँति गड्ढे की ओर ही बहता है, जैसे जल ऊपर नहीं चढ़ता वैसे ही मन का स्वभाव भी ऊपर नहीं जाता, मन को ऊपर उठाते हुए भगवान के चरणों तक ले जाना है।*

*जिस प्रकार यंत्र का संग पाने पर जल ऊपर चढ़ता है , उसी प्रकार मंत्र का संग पाने पर अधोगामी मन ऊर्ध्वगामी बनेगा, अतः मन को मंत्र का संग देना चाहिए , जिसने अपना मन सुधार लिया है , वही दूसरों का भी मन सुधार सकेगा।*

*मन सुधारने के लिए कोई और साधन नही है , बल्कि मन शब्द को उलट देना है –*
*अर्थात् नम ।*
*नम और प्रभु के नाम ही मन को सुधारेंगे।*

*मन को स्थिर करने के लिए नाम जप की आवश्यकता है,जप से मन की मलिनता और चंचलता दूर होती है।*

*अतः किसी भी मंत्र का जप करना चाहिए, सांसारिक विषयों के संग से बिगड़ा हुआ मन ईश्वर का ध्यान करने से ही सुधरेगा, सभी के अन्दर में परमात्मा हैं फिर भी वे सभी का दुःख दूर नही करते है।*

*चैतन्यरुप परमात्मा मन बुद्धि को प्रकाश देते हैं किन्तु इस तेजोमय स्वरुप को हम देख नहीं पाते,भगवान का निर्गुण रुप सूक्ष्म होने के कारण दिखाई नहीं देता और सगुण रुप तेजोमय होने के कारण हम देख नहीं पाते।*

*इसलिए हमारे लिए भगवान का नाम स्वरुप,मंत्र स्वरुप ही इष्ट है,भगवान स्वयं को छिपा सकते है किन्तु अपने नाम को नहीं,नाम रुप प्रकट है अतः भगवान के नाम स्वरुप का आश्रय ग्रहण करना चाहिए।*

*जिस पात्र में वर्षो से तेल ही रखा जाता है , ऐसे बर्तन को पाँच दस बार धोने पर वह स्वच्छ तो होगा , किन्तु तेल की वास नहीं जायेगी।*

*उस बर्तन में यदि चटनी अचार रखा जायेगा तो वह बिगड़ जायेगा ,हमारा मस्तिष्क भी ठीक ऐसा ही है,जिसमें कई वर्षो से काम वासना रुपी तेल रखा गया है।*

*इस बुद्धि रुपी पात्र में श्रीकृष्ण रुपी रस रखना है,मस्तिष्क रुपी बर्तन में काम का अंशमात्र भी होगा तो उसमें प्रेम रस , जमेगा ही नहीं,जब बुद्धि में परमात्मा का निवास होगा,तभी पूर्ण शान्ति मिलेगी।*

*जब तक बुद्धि मे ईश्वर का अनुभव नहीं होगा तब तक आनन्द का अनुभव नहीं हो पायेगा, संसार के विषयों का ज्ञान बुद्धि में आने पर विषय सुख रुप बनते हैं, परमात्मा को बुद्धि में रखना है।*

*मस्तिष्क में जब ईश्वर आ बसते हैं,तभी ईश्वर स्वरुप का ज्ञान पूर्ण आनन्द देता है।*

*जैसे तेल के अंश से चटनी अचार बिगड़ते है वैसे ही बुद्धि में वासना का अंश रह जाने पर वह अस्थिर ही रहेगी।*

*बुद्धि को स्थिर और शुद्ध करने हेतु मन के स्वामी चंद्र और बुद्धि के स्वामी सूर्य की आराधना करनी चाहिए,त्रिकाल संध्या करने से बुद्धि विशुद्ध होगी।*

*जब तक राम नहीं आते, तब तक कृष्ण भी नहीं आते,जिसके घर मे राम नही आते हैं , उसका रावण (काम) मरता नहीं और जब तक कामरुपी रावण नहीं मरता तब तक श्रीकृष्ण नहीं आते हैं।*

*जब राम की मर्यादा का पालन किया जायेगा तभी काम मरेगा ,चाहे जिस संप्रदाय मे विश्वास हो , किन्तु जब तक रामचन्द्र की मर्यादा का पालन नहीं किया जायेगा तब तक आनन्द नहीं मिलेगा।*

*रामचन्द्र की उत्तम सेवा यही है कि उनकी मर्यादा का पालन किया जाए, उनका सा ही वर्तन रखें, रामजी का भजन करना अर्थात् उनकी मर्यादा का पालन करना,उनका वर्तन(वर्ताव) हमें जीवन में उतारना चाहिए।*

*राम जी को मन में बसाने , मर्यादा-पुरुषोत्तम रामचन्द्र का अनुकरण करने पर भगवान मिलेंगे ,रामजी की लीलाएँ अनुकरणीय एवं श्रीकृष्ण की लीलाएँ चिंतनीय हैं।*

*रामचन्द्र का मातृप्रेम, पितृप्रेम, बंधुप्रेम , एक पत्नी प्रेम आदि सब कुछ जीवन में उतारने योग्य है।*

*श्रीकृष्ण के कृत्य हमारे लिए अशक्य है,उनका कालिया नाग को वश मे करना , गोवर्धन उठाना आदि।*

*रामचन्द्र ने अपना ऐश्वर्य छिपाकर मानव जीवन का नाटक किया साधक का वर्तन(वर्ताव) कैसा होना चाहिए यह रामचन्द्र जी ने बताया है, साधक का वर्तन रामचन्द्र जैसा होना चाहिए , सिद्ध पुरुष का वर्तन श्रीकृष्ण जैसा हो सकता है।*

*रघुनाथ जी का अवतार राक्षसों की हत्या के हेतु नहीं , मनुष्यों को मानवधर्म सिखाने के लिए हुआ था, वे जीवमात्र को उपदेश देते हैं, रामजी ने किसी भी मर्यादा को भंग नहीं किया, हमें भी मर्यादा का पालन करते हुए श्रीकृष्ण को प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए।*

*जय श्री राम*

*राजस्थान एग्री ग्रुप*

*सुशील शर्मा मंडी गोलूवाला*

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