ग्वार ओर सोयाबीन में आई मन्दी ,सरकार के एक आदेश से बाजार भाव मे मचा कोहराम ,देखे आज के ताज़ा मंडी भाव

प्रदेश के प्रमुख मंडियों के ताजा भाव की जानकारी

***नोखा(बीकानेर)**13/10/2021**

रिपोर्ट
🌿मोठ 🌿*
*5500-7750(नया मोठ)

हल्का मोठ 4200 से 6000

पुराना मोठ 6300 से 7000

🌿मूंग🌿*
4400-6500*

🌿ग्वार🌿5700/5725 ( NCDEX वायदा बाजार में आज ग्वार 100 रुपये ओर गम 200 की मन्दी के साथ बन्द हुआ ,सोयाबीन तेल में 6% की मंदी चल रही है )

कुछ दिन पहले 10000 बिकी सोयाबीन अब 5000 रुपये बिक सकती है ,सरकार ने तेल के आयात सुल्क में कटौती की है)

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🌿चना नया🌿*
4600/4700

🌿मेथी नई 🌿*6800/6950

मेथा 7000 से 7400*🌿

नया जीरा 🌿*
12000/12800*

🌿इसबगुल नया 12000 से 13000

*🌿काला तिल🌿* 8800 से 8900

🌿कणक🌿*
1900/2000*

🌿रायडा सरसो नया 🌿*
6600/7000*

🌿मतीरा बीज🌿* 6800 से 7000

*रायसिंहनगर* अनाज मंडी अपडेट
दिनांक *13/10/2021*
*सरसों* अराइवल *250* क्विंटल भाव *7032 से 7528*
*चना* अराइवल *250* क्विटल भाव *4600 से 4701*
*मूंग* नया अराइवल *1000* क्विंटल भाव *5400 से 7140*
*नरमा* अराइवल *700* क्विंटल भाव *7800 से 8026*
*ग्वार* अराइवल *100* क्विंटल भाव *5651से 5982*

श्रीमाधोपुर मण्डी अपडेट
ग्वार आवक 90 कट्टे पुराना 5600 से 5650
सरसो आवक आज नही है ।
चना आवक आज नही है ।
बाजरा नया 2500 कट्टे भाव 1480 – 1535 ।
मूंगफली आज की आवक 9000 बोरी भाव 5100 से 5500 मील ( दाना ) क्वालिटी । सीकाई क्वालिटी आवक 5000 बोरी भाव 5500 से 6800 । मौसम गर्मी ज्यादा तीखी धूप।

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*भामाशाह कोटा मण्डी*
* दिनाक 13/10/2021,

धनिया रेंडेमेज 5600 से 5750

धनिया बादामी 6450से 6650

धनिया ईगल 6600से 6800

सरसों 6850से 7600

सोयाबीन पुराना 4500 से 5150
, सोयाबीन नया पिला सोयाबीन बेस्ट सुपर नया0 12 से 15 मोइसचर् 5250 से 6050 सोयाबीन अवरेज बेस्ट 5000 से 5250
उड़द पुराना 2000से 6500
उड़द नया बेस्ट 6500
मक्का गजर 1575से 1600

मक्का सफेद 1621 से 1661

मक्का पीली 1621से 1661
मक्का नई 1350 से 1750
कलोंजी 19000

मेथी 6000से 6450
गेंहू मिल1875से 1951
गेहूँ एवरेज 1961se2000
गेहूँ बेस्ट 2000से 2100 मूँग 6000 से6400
तिल्ली 6000 से 9000जो 1950से 2100 चना देशी4600से 4700काटीया 4300से 4400चना डंकी 3800 से 4300 गवार 5500 अंडोली 4750 बाजरा , 1350 से 1555
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*SADUL SHAHAR*
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*DHAN MANDI UPDATE*

*DATE 13.10.2021*

*वार बुधवार*
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*_नरमा आमदनी 600 किव: +_*
*बोली भाव 7550 से 7950 तक*

*_कपास दैशी बोली भाव_*
*6500 से तक*

*_गेहू दडा बोली भाव_**
*1900 से 1946 तक*

*_गुवार 300किव :नया_*
*_बोली भाव 5100 से 5826 तक_*

*_गुवार पुराना आमदनी nil :_*

*_मूंग 800 किव: बोली भाव_*
*_5500 से 6400 तक_*

*_ऊपर मे मूंग एक ढैरी 6525 तक_*

*_सरसौ 130 किव:बोली भाव_*
*_7241 से 7531 तक_*

*_चना बोली भाव 4781तक_*

*_ जौ की आमदनी Nill_*

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*༺꧁•⚜️•जय श्री कृष्णा•⚜️•꧂༻*
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*वाणिज्य मंत्रालय ने सर्कुलर जारी कर खाद्य तेलों के आयात शुल्क को घटाया*

क्रूड पाम तेल पर ड्यूटी घटाकर 8.25% (पहले 24.75%) , RBD पामोलीन पर 19.25 (पहले 35.75), RBD पाम तेल पर 19.25 (पहले 35.75), क्रूड सोया तेल पर 5.5 (पहले 24.75), रिफाइंड सोया तेल पर 19.5 (पहले 35.75), क्रूड सूरजमुखी तेल पर 5.5 (पहले 24.75) और रिफाइंड सूरजमुखी तेल पर 19.25 (पहले 35.75) की गयी क्रूड पाम तेल पर आयात शुल्क 16.5%, RBD पामोलीन का 16.5, RBD पाम तेल का 16.5, क्रूड सूरजमुखी तेल का 19.5 रिफाइंड सोया तेल का 16.5, क्रूड सूरजमुखी तेल का 19.25, रिफाइंड सूरजमुखी तेल का 16.5% तक घटा ड्यूटी घटाए जाने से CPO के भाव 14,114.27, RBD ओलिं के 14526.45, सोया तेल के 19351.95 रुपए घटे
*इस खबर से तेल बाजारों में भयंकर मंदा आ सकता है पहले से ही सरकार ने स्टॉक लिमिट लगा रखी है साथ ही सितम्बर में बड़ी मात्रा में तेलों का आयात किया गया*

*༺꧁•⚜️•जय श्री कृष्णा•⚜️•꧂༻*
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‌ *१३ / अक्टूबर / २१*
*नरमा कपास•••••*
नरमा के बढ़ेंगे भाव गिरेगा उत्पादन उत्तर भारत के नरमा उप्जाऊ राज्यों पंजाब हरियाणा और राजस्थान में नरमा (कपास) के भाव अब तक के सबसे ऊंचे लेवल पर पहुंच गये हैं जबकि हरियाणा की मंडियों में भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (सरकारी भाव) से काफी ज्यादा ऊंचे भाव देखे जा रहे है अगस्त और सितंबर महीनों में हरियाणा के नरमा बेल्ट में ज्यादा बारिश होने साथ ही कुछ हिस्सों में पिंक बॉलवर्म कीट (गुलाबी सुंडी) के हमले से नरमा के झाड़ पर काफी ज्यादा असर पड़ा है जिसकी इसके चलते इस साल उप्जाऊ ऐरिया में किसानो ने पिछले पांच वर्षों में इस साल नरमा बुआई कम किया एव नहरे कम चलने के चलते भी उत्पादन पर गहरा असर पड़ा है और जानकारो के अनुसार इस साल सबसे कम उत्पादन होने की उम्मीद कर रहे हैं ऐसे में इसी बीच नरमा के भावों में उछाल आया है कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) और इंडियन कॉटन एसोसिएशन लिमिटेड (आईसीएएल) के अनुसार इस साल पंजाब में 3.03 लाख हेक्टेयर सहित उत्तरी क्षेत्र में कुल 16.99 लाख हेक्टेयर (एलएच) में नरमा कपास की बुवाई की गई है जो पिछले वर्ष के तुलना में इस साल पंजाब में लगभग 52,000 हेक्टेयर क्षेत्र बढ़ा है जबकि हरियाणा में 6 लाख 88 हजार हेक्टेयर जो पिछले वर्ष की तुलना में 49,000 हेक्टेयर कम है और राजस्थान में 7.08 लाख हेक्टेयर ऊपरी और निचले राजस्थान में 3.44 लाख हेक्टेयर और 3.64 लाख हेक्टेयर शामिल हैं राजस्थान में इस साल फसल के तहत एक लाख हेक्टेयर कम जमीन में खेती की गई थी क्योंकि पिछले साल राज्य में नरमा कपास का रकबा 8.08 लाख हेक्टेयर था तीनों राज्यों के नरमा कपास ऐरिया के कई हिस्सों में पिंक बॉलवर्म (गुलाबी सुंडी) के हमले के बाद बारिश से नुकसान होने के चलते इन तीनों राज्यों से इस साल करीब 52.89 लाख गांठ उत्पादन होने का अनुमान है जो पिछले साल की तुलना में करीब 10 लाख गांठ कम होगा वही पंजाब से 10 लाख गांठ हरियाणा से 16.50 लाख गांठ और राजस्थान से 28 लाख गांठ उत्पादन की उम्मीद है ICAL के आंकड़े बताते हैं कि इस साल उत्तरी राज्यों में पिछले पांच वर्षों में सबसे कम उत्पादन होगा रिकॉर्ड के अनुसार, 2017-18 में तीन राज्यों में कपास का रकबा 16.71 लाख गांठ था और उत्पादन 57.79 लाख गांठ था 2018-19 में नरमा कपास के तहत यह आंकड़ा 15.31 लाख गांठ था और उत्पादन 60.08 लाख गांठ था 2019-20 में तीन राज्यों में 18.67 लाख गांठ नरमा कपास के अधीन था और उत्पादन 59.94 लाख गांठ था पिछले साल फसल का रकबा कम होने के बावजूद पंजाब का उत्पादन उम्मीद से ज्यादा रहा इस साल फसल के तहत 5,20,00 हेक्टेयर अधिक होने के बाद भी पंजाब में कम उत्पादन का मुख्य कारण पिंक बॉलवॉर्म है जहां कपास के लिए दरें 5,925 रुपये प्रति क्विंटल के एमएसपी के मुकाबले 7,700 रुपये प्रति क्विंटल से ऊपर हैं भावों में तेजी का एक अन्य कारण चीन से नरमा कपास की भारी मांग है जो काटन की फसल का सबसे बड़ा आयातक है उत्पादन में गिरावट के कारण स्थानीय उद्योग भी उतना ही खरीदना चाहते हैं जितना मंडियों में नरमा कपास उपलब्ध है विशेषज्ञों का कहना है कि नरमा कपास के बड़े स्टॉकिस्ट भी नरमा कपास खरीद रहे हैं जानकारो का कहना है की नरमा के भाव ज्यादा हैं क्योंकि महामारी के कारण स्थिरता के बाद कपड़ा उद्योग में अब तेजी से सुधार हो रहा है बांग्लादेश और वियतनाम जहां कपड़ा उद्योग में तेजी आएगी और चीन में मांग बहुत अधिक होगी जिससे देश द्वारा और आयात किया जा सकेगा माना जा रहा है की स्थानीय बाजार से उच्च मांग है और गुजरात महाराष्ट्र तेलंगाना आंध्र प्रदेश आदि सहित अन्य प्रमुख नरमा (कपास) उप्जाऊ राज्यों में भारी वर्षा के कारण आपूर्ति श्रृंखला बहुत प्रभावित हुई है
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