ग्वार गम में मजबूती बरकरार ,देखें मौसम की रिपोर्ट ओर आज के ताज़ा मंडी भाव

भाव नोखा (बीकानेर)**16/07/2021**

🌿मोठ बोल्ड🌿*
*6000-6850

*🌿मूंग🌿*
5800-5700*

🌿ग्वार🌿3700/4030 (वायदा बाजार में ग्वार20 रुपये की तेजी के साथ ,ओर गम 40 की तेजी के साथ बन्द हुआ)

🌿चना नया🌿*
4200/4400

🌿 मेथी पुरानी 🌿*
4800/5600*🌿

मेथी नई 🌿*6000/6050

मेथा 6300 से 6600*🌿

नया जीरा 🌿*
11000/11800*

🌿इसबगुल नया 10200 से 11100 (ज्यादातर माल 10400 से 10900)तक बिक रहा है ।*

🌿काला तिल🌿* 6960

🌿कणक🌿*
1650/1850*

🌿रायडा सरसो नया 🌿*
5600/6150*

🌿मतीरा बीज🌿* 5400 से 5500

🌿काकड़िया बीज🌿* 6300*

तारामीरा 4900 से 5000

जौ 1600 से 1700

आज प्रदेश में मंडियों में हड़ताल के चलते अन्य मंडियों के भाव कल दिए जाएंगे ।

आज और कल हल्की गर्मी और शुष्क मौसम, 18 जुलाई से मॉनसून फिर होगा सक्रीय।
—————————————-
जारी: 16/07/2021

उत्तर भारत के अलग अलग हिस्सों में पिछले दिनों चले मानसूनी बरसात के दौर में कई स्थान भीगे और कुछ कॉटन बेल्ट, केंद्रीय और पूर्वी उत्तरप्रदेश के हिस्से इस दौर में शुष्क ही रहे, केवल बिखरे तौर पर एक दो जगह ही बरसात रही।
अब आगे के मौसम को लेकर ताज़ा विश्लेषण कुछ इस प्रकार है:

•आज 16 जुलाई को मौसम अधिकतम पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर, राजस्थान, पश्चिमी उत्तरप्रदेश के हिस्सों में शुष्क है और धूप और नमी के चलते उमस भरी गर्मी पड़ रही है, छिटपुट गरज के बादलों के निर्माण के साथ बेहद की छोटे पैमाने पर कुछ बारिश की घटनाएं हुई है।
•मॉनसून एक्सिस का पूर्वी हिस्सा बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के करीब होने से आज पूर्वी उत्तरप्रदेश, बिहार के तराई वाले और मैदानी इलाकों में बारिश की गतिविधियां बढ़नी शुरू हुई है।

•कल 17 जुलाई को भी राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली एनसीआर में मौसम मुख्यता शुष्क रहेगा, एक दो इलाकों में स्थानीय तौर पर बरसात हो सकती है।
केवल उत्तरप्रदेश(केंद्रीय और पूर्वी) के हिस्सों में बिखरे तौर पर मध्यम बारिश के दौर संभव।

🔼मौसमी प्रणाली का विश्लेषण जो मॉनसून को दोबारा सक्रीय करेगी।

•मॉनसून एक्सिस/ट्रफ का पश्चिमी हिस्सा सामान्य से दक्षिण में बना हुआ था, मध्य भारत के करीब बना शियर जोन हल्का कमजोर पड़ेगा जिससे एक्सिस का पश्चिमी हिस्सा पूर्वी राजस्थान/दिल्ली एनसीआर/हरियाणा होते हुए उत्तरी पंजाब पर 18 जुलाई तक आएगा।

•उत्तरप्रदेश के तराई वाले इलाकों, हरियाणा के तराई, पंजाब के तराई तक हवा की दिशा बंगाल की खड़ी से आती पूर्वी हवाओं की होगें।

•मैदानी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर, राजस्थान, उत्तरप्रदेश में हवा की दिशा बदल कर दक्षिण पश्चिमी होगी और अरब सागर से नमी आएगी।

•कुछ इस प्रकार उत्तर भारत में काफी मॉइस्चर 18 से 20 जुलाई के बीच बनेगा।

🔺ऊपर बताए गए मौसमी प्रणालियों के प्रभाव से गतिविधियां संभव:

🔹उत्तरप्रदेश में 50 – 75% हिस्सों में 17 जुलाई की रात से 19 जुलाई की रात के बीच मध्यम से भारी बारिश की संभावना, तराई और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों की बहुत भारी बारिश की संभावना।

🔹दिल्ली एनसीआर/हरियाणा/पूर्वी राजस्थान/पंजाब के कुछ हिस्सों में 18 जुलाई की सुबह से हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां शुरू होगी, फिर 18 जुलाई की शाम से मध्यम से भारी बारिश की गतिविधियां बड़े पैमाने पर शुरू हो सकती है जो अलग अलग स्थानों को 19 और 20 जुलाई को भी प्रभावित करेगी, संभावित 50 से 75% हिस्से इस दौरान प्रभावित होंगे।

🔸पश्चिमी राजस्थान के हिस्से इस दौर में ज्यादा प्रभावित नहीं होगी, 17 से 20 जुलाई के बीच भटके हुए हल्की से मध्यम बारिश के बादल केवल 0 से 25% हिस्सों को ही प्रभावित कर सकते हैं।

🔼18/19/20 जुलाई के लिए जिलावार बारिश की संभावना और कितने प्रतिशत हिस्से कवर हो सकते है वह पूर्वानुमान:

🔸उत्तरप्रदेश: सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मोरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, पीलीभीत, बरेली, शाहजहांपुर, खेरी, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर, झांसी, ललतीपुर, इटवा, मैनपुरी, कांसीराम नगर, बुदाऊँ, एटा, फीरोजाबाद, लखनऊ, गोंडा, बाराबंकी, फैज़ाबाद, बस्ती, बलरामपुर, संत कबीर सिंह नगर, महाराजगंज, गोरखपुर, देवरिया, बलिया, राय बरेली, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र, इलाहाबाद, कौशांबी, बांदा, फतेहपुर, महोबा, हमीरपुर, अलीगढ़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत, शामली, गाजियाबाद, नोएडा, आगरा, मथुरा के 50 से 75% हिस्सों में मध्यम से भारी बरसात के दौर संभव है, एक दो इलाकों में अति भारी बारिश के दौर भी संभव।

🔸हरियाणा: चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत, कैथल, जींद, रोहतक, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, नूह, पलवल, गुड़गांव फरीदाबाद सहित राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के 50 से 75% हिस्सों में मध्यम से भारी बरसात के दौर संभव है।
•चरखी दादरी, हिसार, भिवानी, फतेहाबाद, सिरसा में 50% हिस्सों तक मध्यम से भारी बारिश के दौर संभव है।

🔸राजस्थान: अलवर, जयपुर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़ 50 से 75% हिस्सों में मध्यम से भारी बरसात संभव है।

•चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, राजसमंद, पाली, सिरोही, नागौर, चूरू, झुंझनु, सीकर, चूरू के 50% हिस्सों तक ही मध्यम से भारी बारिश के दौर संभव है।

•श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर में केवल 0 से 25% हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनती नजर आ रही हैं।

🔸पंजाब: पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर, तारण तरण, कपूरथला, जालंधर, आनंदपुर साहिब, रूपनगर, लुधियाना, संगरूर, बरनाला, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, मोहाली, चंडीगढ़ के 50 से 75% हिस्सों में मध्यम से भारी बरसात के दौर संभव है।
• मोगा, फरीदकोट, फिरोजपुर, मुक्तसर, भटिंडा, मनसा, फाजिल्का, अबोहर में 25 से 50% हिस्सों में ही मध्यम बारिश के दौर संभव हैं।

⚡18 से 20 जुलाई के बीच मैदानी राज्यो में बिजली गिरने जैसी गतिविधियां भी संभव है इस लिए घने बादल दिखने और गरज सुनाई देने पर घर या किसी शुरुक्षित स्थान पर ही रहे, खेतो में खुले में न रहे।

🔺18 से 20 जुलाई के बीच उत्तराखंड, हिमाचल, जम्मू के क्षेत्रो में कई जगह मध्यम से भारी बारिश और कुछ जगह अति भारी से भीषण बारिश की संभावना बन रही है, पहाड़ी राज्यो पर पर्यटन या घूमने वास्ते जाने से बचे।

•20 जुलाई के बाद भी बारिश की संभावना बनती नजर आएगी, लेकिन मौसमी प्रणाली कौनसी होंगी यह पता लगने के बाद ही आगे की जानकारी दे पाना संभव है, लगातार मौसमी हलचल और बदलाव को मॉनिटर कर रहे है।

•यह पूर्वानुमान 16 जुलाई की दोपहर में किए गए साइंटिफिक ऑब्जर्वेशन के आधार पर है, 18/19/20 जुलाई तक मौसमी प्रणाली में कोई हल्का सा भी बदलाव आने पर संभावना ज्यादा भी हो सकती है और कम भी दोनो ही संभव है, इस लिए तात्कालिक पूर्वानुमान श्रृंखला द्वारा तहसील/जिलेवार पूर्वानुमान बारिश के बादलों के निर्माण के साथ और उनकी मूवमेंट को देखते हुए पेज पर अपडेट करके समय समय पर जानकारी देंगे।

error: Content is protected !!