जानिए ग्वार की आवक भाव ,ओर ग्वारगम का ताज़ा कारोबार

*23/03/2021* 292400
की गुवार आमदनी कुल
*11200* बोरी

नया *7200*
पुराना *4000*

कुल आमदनी गुवार
23/03/2021 की

(1500+1200+2500+600+1450+450+1100+000+000+000+200+000+300+350+300+000+000+50+000+000+1100+100 )=11200 बोरी मे से 4000 बोरी पुराना और नया 7200 बोरी नया)

कुल नया गुवार
01/10/2020 से
23/03/2021 से आज तक

*3407600*+ *7200* = *3414800* बोरी

पुराना गुवार अब तक

*520200* + *4000* = *524200* बोरी

01/10/2020 से
23/03/2021 तक की
गुवार की कुल आमदनी
*3927800*+ *11200* = *3939000* बोरी गुवार

राजस्थान के आज के भाव
3300 से 3680 तक गुवार के भाव

(आम भाव 3570 से 3630 तक रहे)

हरियाणा के गुवार का 3200 से 3670 तक रहे

(आम भाव 3560 से 3620 तक रहे)

पंजाब मे भाव 3200 से 3550 तक रहे

मध्यप्रदेश मे कोई अवाक नही

गुजरात के भाव 3300 से 3640 तक रहे

(आम भाव 3550 से 3610 तक रहे)

*आज गम का टोटल कारोबार 700 टन का कामकाज*

आज गम का कामकाज अच्छा रहा तो आमदनी भी कमजोर रही अंदर गोदामो के सौदे निकलते जा रहे है बाजार कल भी दबाब मे रहा वायदा मगर अब हाजिर अंदर के सौदे डब्बे से ऊपर होते जा रहे है फिर भी देखने योग्य बात होगी लोगो की आशाए खराब हो गयी है
आज सरसो की आमदनी करीब 10 लाख 80 हजार के आसपास रही वायदा जहा 100 रूपये ऊपर था वही वायदा ऊपर से 200 तक घट गया पीयूष गोयल के बयान से लेकिन अभी मंदा नही है लेकिन स्टाक तो इस भाव का कदापी नही करना है
आज सोयाबीन की आवाक करीब 1 लाख 20 हजार बोरी रही तेलो मे भारी मंदी देखने को मिली लेकिन यह मंदी स्थायी नही रहेगी
आज कैस्टर की आमदनी करीब 1 लाख से ऊपर रही लेकिन डब्बे मे लिवाली के साथ साथ हाजिर मे अच्छा स्पोट मिला आज करीब 100 रूपये की तेजी रही
चना अभी एक दायरे मे काम कर रह है अभी ज्यादा तेजी का ध्यान लगाना नही चाहिए

*चलते चलते*

*संसार में सभी जीव पात्र और अधिकारी हैं। परमात्मा के अंश होने के कारण अयोग्य तो कोई है ही नहीं। लेकिन पात्र की भी तो समय-समय पर सफाई आवश्यक है। कुछ ने अपने पात्र को इतना गंदा कर लिया है अमृत भी डालोगे तो विष हो जायेगा।*
कंकड़ – पत्थर इतने भर रखे हैं कि हीरे जवाहरात प्रवेश ही नही कर पा रहे। कंकड़ – पत्थरों को बाहर फेंको। हमारे पास पात्र तो है पर गंदे पात्र हैं। जन्म- जन्म से पात्र में कुविचारों की , वासना की , गलत कर्मों की गंदगी लिए बैठे हैं। उसे उलीचो बस, साफ़ करो।
*कथा और संत आश्रय से व नाम सुमिरन से मन को रोज साफ़ करते रहो , ताकि गंदगी मजबूत ना हो। आत्म-कल्याण और सत्य की प्राप्ति हेतु एक ही शर्त है बस, निष्कपट, निर्दोष, निर्वैर , निष्कलंक , सहज और सर्व हिताय का चिन्तन रखना। तुम्हारा पात्र साफ़ हुआ कि परमात्मा स्वयं आ जायेगी।*

*जय श्री राम*

धन्यवाद

राजस्थान एग्री ग्रुप

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