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पंजाब के संगरूर से किसान 13 फरवरी को सुबह 10 बजे से 2,500 ट्रैक्टर ट्रॉलियों में हरियाणा के रास्ते दिल्ली की ओर कूच करेंगे। किसान आंदोलन न्यूज़ किसान आंदोलन अपडेट  farmer protest 2024


(13 Feb. 2024)

किसानों की सरकार के साथ बैठक रही बेनतीजा, किसान विरोध पर अड़े रहे, दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

किसानों की सरकार के साथ बैठक रही बेनतीजा, किसान विरोध पर अड़े रहे, दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अर्जुन मुंडा के साथ किसानों की सोमवार (12 फरवरी 2024) को करीब 5 घंटे तक मीटिंग हुई है। लेकिन यह मीटिंग बेनतीजा रही। किसानों का कहना है कि उनका दिल्ली कूच जारी रहेगा। किसान MSP पर किसी भी कीमत पर समझौता करने की तैयारी में नहीं है। किसानों ने आरोप लगाया है कि उनकी मांगों पर सरकार की ओर से कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई है। लिहाजा 13 फरवरी को सुबह 10 दिल्ली चलो मार्च शुरू करेंगे। वहीं दिल्ली चलो’ रैली से एक दिन पहले से ही राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

पंजाब के संगरूर से किसान 13 फरवरी को सुबह 10 बजे से 2,500 ट्रैक्टर ट्रॉलियों में हरियाणा के रास्ते दिल्ली की ओर कूच करेंगे। किसान मजदूर मोर्चा, जिसमें 250 से अधिक किसान यूनियन शामिल बताए जा रहे हैं। किसान मोर्चा का कहना है कि सरकार उनकी मांगों के प्रति गंभीर नहीं है।

Farmers’ meeting with the government remained inconclusive, farmers remained adamant on protest, security tightened in Delhi

Farmers had a meeting with Union Ministers Piyush Goyal and Arjun Munda for about 5 hours on Monday (13 February 2024). But this meeting remained inconclusive. Farmers say that their march to Delhi will continue. Farmers are not ready to compromise on MSP at any cost. Farmers have alleged that the government has not shown any seriousness towards their demands. Therefore, on 13th February, we will start the Delhi Chalo March at 10 am. A day before the ‘Dilli Chalo’ rally, security arrangements have been tightened in the national capital.

Farmers from Sangrur in Punjab will march towards Delhi via Haryana in 2,500 tractor trolleys from 10 am on February 13. Kisan Mazdoor Morcha, which is said to include more than 250 farmer unions. Kisan Morcha says that the government is not serious towards their demands.