हरियाणा के फ़रीदाबाद में एक 12वीं कक्षा के छात्र को गोतस्कर समझकर गोली मार दी गई. घटना में उसी वक़्त छात्र की मौत भी हो गई. पुलिस के मुताबिक़, आरोपियों गौरक्षकों ने हत्या करने से पहले 25 किलोमीटर तक छात्र की कार का पीछा किया था।
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गोतस्कर समझ की थी 12वीं के हिन्दू छात्र की हत्या, 4 हत्यारे अरेस्ट किए गए हैं।
पटेल चौक से दिल्ली-आगरा हाइवे के गदपुरी टोल तक करीब 10 किमी पीछा कर 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या में नया मोड़ आया है। पुलिस न सूत्रों का कहना है कि छात्र की हत्या रंजिश में नहीं, बल्कि कथित गोरक्षकों ने की थी। क्राइम ब्रांच टीम ने चार आरोपियों को अरेस्ट किया है। इनकी पहचान अनिल कौशिक, वरुण, कृष्ण और आदेश के तौर पर हुई। ये कथित गोरक्षक आर्यन हैं।
क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि अनिल कौशिक अपनी संस्था चलाता है। 23 अगस्त की रात वह वरुण, कृष्ण और आदेश के साथ तस्करों को ढूंढने निकला था। आर्यन मिश्रा की कार दिखी तो लगा कि उसमें गोतस्कर हैं। रुकने का इशारा करने पर युवकों ने स्पीड बढ़ा दी। इससे लगा कि वे तस्कर ही हैं, इस पर वे कार पर गोली चलाने लगे। इस दौरान एक गोली आर्यन की गर्दन में लग गई। कार रुकने पर आरोपी पास पहुंचे और आर्यन को सीने में एक और गोली मार दी।
फरीदाबाद में तथाकथित गौरक्षकों ने 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा को गौ तस्कर समझ गोली मारकर हत्या कर दी, आर्यन अपने मकान मालिक के साथ डस्टर कार से पटेल चौक के पास मैगी खाने गया था जैसे ही स्विफ़्ट कार सवारों ने उनका पीछा किया उन्होंने डरकर कार की स्पीड बढ़ा दी और स्विफ़्ट कार में बैठे गौरक्षकों ने तुरंत कार पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें एक गोली 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की गर्दन में लगी , स्विफ़्ट कार सवार फ़ौरन आर्यन की कार के पास पहुंचे और खिड़की खोल उसके सीने में एक गोली और मार दी जिसमें आर्यन मिश्रा की मौत हो गई, गौरक्षकों ने आर्यन को मारने के बाद कार में झांक कर देखा और तथाकथित गौरक्षक आर्यन की हत्या कर भाग गये!
शुरुआती जांच में पुलिस को यह मामला आपसी रंजिश का लगा लेकिन क्राइम ब्रांच ने जांच की तो हत्यारें गौरक्षक निकले, क्राइम ब्रांच ने टॉल प्लाज़ा पर CCTV फ़ुटेज देखी तो उसमें हत्यारों की कार दिखी और उस नंबर प्लेट की मदद से क्राइम ब्रांच गौरक्षकों के घर तक पहुंची, पुलिस आर्यन मिश्रा को गौ तस्कर बता हत्या करने के मामलें में गौरक्षक अनिल कौशिक, वरुण, कृष्णा, आदेश और सौरभ को गिरफ़्तार किया है, सभी गौरक्षा के नाम पर “लिव फ़ॉर नेशन” नाम से संस्था (दुकान, नफ़रत का कारोबार” चलाते है , अनिल कौशिक ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि “हमें हमारी टीम से सूचना मिली थी कि एक डस्टर कार में गौ तस्कर आ रहे है हमें ये गाड़ी दिखाई दी तो हमनें गोली चला दी”!
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर काफी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है यूजर्स ने लिखा कि
हरियाणा के फरीदाबाद में सत्ता संरक्षित हत्यारों ने कथित गोरक्षा के नाम पर एक 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या कर दी। इसके पहले चरखी दादरी में एक प्रवासी मजदूर साबिर को पीट-पीटकर मार डाला। महाराष्ट्र में भी एक बुजुर्ग हाजी अशरफ को बुरी तरह पीटा गया।
सत्ता संरक्षित हत्यारे जनता की भावनाओं का इस्तेमाल करके एक के बाद एक भड़काऊ कृत्य करते हैं। भावनाओं का व्यवसाय करने वाले नेता फूल-माला डालकर इनके भाव बढ़ाते हैं।
लेकिन ये देश और संविधान के विरोधी लोग हैं। हत्या इनका धंधा है और आम लोगों की भावनाएं इनका हथियार। सत्ता के संरक्षण से बढ़े हुए इनके हौसले को न देश की कद्र है, न देश की कानून-व्यवस्था की।
हमें मिलकर कानून और संविधान के इन अपराधियों से देश बचाना है।