राम राम किसान भाइयों ग्वार की नई आवक के साथ ही हमने फिर से रोजाना द्वारा वर्क रिपोर्ट बनानी शुरू कर दी है जिसका श्रेय सुशील जी शर्मा एडमिन राजस्थान एग्री ग्रुप को जाता है आप राजस्थान हरियाणा की तमाम मंडियों में नए ग्वार की आवक रिपोर्ट हमारी वेबसाइट पर देख सकते हैं
सभी मंडियों के आज के ताजा भाव
आज दिनांक 24 सितंबर 2022 को नए ग्वार की आवक
24/09/2022
*सौजन्य से राजस्थान एग्री ग्रुप*
*23/09/2023 — 1595 बोरी*
*24/09/2022 —-1275 बोरी*
(1) श्री गंगानगर जिला–
23/09/2023 — 1355 बोरी
24/09/2022 —-1225 बोरी
नया—–पुराना
गंगानगर——–150——070 बोरी
विजयनगर——000——015 बोरी
घङसाना ———-015——010 बोरी
रावला———-000——000 बोरी
अनुपगढ——–000——000 बोरी
केसरीसिहपूर—-780—–550 बोरी
रायसिंहनगर—–100—–000 बोरी
सादूलशहर ———000—-000 बोरी
कर्णपूर ————-000—–060 बोरी
गजसिहपूर ——–000—–000 बोरी
सुरतगढ ———-000——000 बोरी
रिडमलसर ——-050——020 बोरी
पदमपूर ———-200——-450 बोरी
जैतसर———050——-050 बोरी
(23/09/2023 का 1355 बोरी
24/09/2022 का 1225 बोरी गुवार नया )
मेड़ता मंडी भाव
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गंगानगर मंडी भाव
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नोखा मंडी भाव क्लिक करें
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मेड़ता गंगानगर रायसिंहनगर पुगल घड़साना अनूपगढ़ रावतसर नोखा आदि मंडियों के देखे ताजा भाव
(2) हनुमानगढ जिला—
23/09/2023 — 240 बोरी
24/09/2022 ——50 बोरी
नया—–पुराना
हनुमानगढ टाऊन—000—00 बोरी
HMH जंक्शन —-080—-000 बोरी
रावतसर———-50—-030 बोरी
नोहर————-000—-000 बोरी
पीलीबंगा ———-007—–020 बोरी
भादरा———-000—–000 बोरी
संगरिया ———-030——000 बोरी
गोलूवाला——073——000 बोरी
साहवा———000——000 बोरी
(23/09/2023 का 240 बोरी
24/09/2022 का 50 बोरी गुवार नया )
(3) हरियाणा राज्य—- *00* बोरी
नया—–पुराना
आदमपूर ————————00 बोरी
(00 बोरी गुवार नया)
(4) बीकानेर जिला—- *10* बोरी
नया पुराना
डुग॔रगढ ————————-00 बोरी
(0 बोरी गुवार नया)
आज नये गुवार की आमदनी 1285 बोरी
,21/09/20022
से 24!/10/2022
तक आमदनी नये गुवार की
2308+2870=5188
हाजिर गम 10150 जोधपुर (बन्द से125 तेज)
आज नये गुवार की आमदनी 1285 बोरी रही हरियाणा बंद भी था साथ मे हरियाणा मे लगातार बरसात से फसलो को काफी नुकसान हुआ है किसानो की हालात बहुत दयनीय हो चुकी है फसले करीब करीब डिमेज हो चुकी है कपास की फसल मूंग की फसल बाजरे की फसल और गुवार की फसल सभी की हालात दयनीय हो गयी है मौसम अभी तक बना हुआ है साथ मे बरसातो का दौर चल रहा है हरियाणा के साथ साथ हनुमानगढ जिले के हनुमानगढ टाऊन जक्शन रावतसर टिब्बी नोहर पीलीबंगा गोलूवाला संगरिया मे कही रिमझिम कही बरसाते हो रही है इन तहसीलों मे जिसे कटाई पर चल रही है यहा भी स्थिति अच्छी रहती नही लग रही है कपास के साथ साथ मूंग बाजरा मोठ गुवार की क्वालिटी काफी प्रभावित होगी इस तरह का मौसम पिछले सालो मे नही देखा जिस तरह से अब आया है मौसम से वातावरण मे एक दम ठंड आ चुकी है आज सरसो का बाजार मंदा रहा आज करीब हाजिर मे सरसो मे 50 रूपये की गिरावट रही
आज हाजिर मे गुवार गम की डिमांड रही बरसात के कारण हनुमानगढ हरियाणा मे फसल लेट होगी
मूंग के बाजार आज 100 से 150 रूपये तक तेज रहे
इस समय किसान की मुख्य फसल कपास है और किसान की भी चाहत रहती है कपास मे आगे क्या हौगा
लेकिन एक बात तय है इस साल कपास मे तेजी मंदी की चाल जबरदस्त रहेगी विशेषांक सोमवार को
हाजिर की जानकारी की लिए पढते रहे राजस्थान एग्री ग्रुप
अगले सप्ताहांत तक हम आपके लिए गुवार पर विशेष खबर लायेगे
गुवार उत्पादन और स्टाक पर विशेष कवरेज होगा केवल राजस्थान एग्री ग्रुप मे
राजस्थान हरियाणा के प्रमुख मंडियों के नरमा और पूरे भारत के सरसों भाव सरसों तेल के भाव इसी लाल रंग की लिंक पर क्लिक करें और देखें भाव
*चलते चलते चिंतन*
*–सुख और दुःख मन के खिलौने–*
निःसंदेह वह मनुष्य बहुत ही दयनीय है जो सुख में तो प्रसन्न और अप्रिय परिस्थिति में आँसू बहाता है । *वह प्रकृति के इस छोटे से विधान को नहीं समझ पाता कि जब उसे प्रसन्नता प्राप्त हुई है, उससे पहले वह प्रतिकूल परिस्थिति से परेशान था ।* दुःख के कारण दूर हुए और उसे सुख प्राप्त हुआ । आज जब वह दुःखद परिस्थितियों में है, तो क्यों रोता है ? *”दुःख” के पीछे “सुख” और “सुख” के पीछे “दुःख” संसार का अविचल नियम है, न तो यह कभी बदला है और न बदला जा सकता है ।* तब फिर इस द्वंद्वात्मक स्थिति को स्वीकार ही क्यों न किया जाए ? बड़ी से बड़ी आपत्ति और भयानक से भयानक दुःख आने पर मनुष्य उससे अभिभूत रहता हुआ भी किसी न किसी समय क्षणभर को उसे भूल ही जाता है और एक शांतिपूर्ण स्वाभाविक स्थिति में आ जाता है । तब क्या कारण है कि शांति के क्षणिक समय को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता ।
वास्तविक बात तो यह है कि न तो दुःख हमें हर समय पकड़े रहता है और न उसमें ऐसी कोई शक्ति होती है कि हमारे अनचाहे वह हमें अप्रसन्न अथवा विवादग्रस्त बनाए रहे । यदि ऐसा होता तो हर बार आए हुए दुःख से मनुष्य कभी न छूट पाता ।आठों याम जीवनभर वह एक ही दुःखद स्थिति में तड़पता रहता, किंतु ऐसा कभी होता नहीं । दुःखद पतिस्थितियाँ आती हैं, मनुष्य परेशान होता है और फिर एक-दो दिन में वह स्थिति समाप्त हो जाती है । *इसका ठीकठाक अर्थ यही है कि दुःख-सुख का अपना कोई अस्तित्व अथवा प्रभाव नहीं है, उनकी वेदना हमारी स्वीकृति-अस्वीकृति पर निर्भर करती है ।* जिन परिस्थितियों को हम दुःखद स्वीकृत कर लेते हैं वे हमें दुःख और जिन परिस्थितियों को हम सुखद स्वीकार कर लेते हैं, वे हमें सुख देती हैं ।
जय श्री राम
राजस्थान एग्री ग्रुप
सुशील जी शर्मा
22/09/2022
*सौजन्य से राजस्थान एग्री ग्रुप*
नया। *1080 बोरी*
(1) श्री गंगानगर जिला– *990* बोरी
नया—–पुराना
गंगानगर—————–200 बोरी
विजयनगर—————000 बोरी
घङसाना ———————-000 बोरी
रावला——————-000 बोरी
अनुपगढ—————–000 बोरी
केसरीसिहपूर————-480 बोरी
रायसिंहनगर————-020 बोरी
सादूलशहर ——————-000 बोरी
कर्णपूर ————————050 बोरी
गजसिहपूर ——————-000 बोरी
सुरतगढ ———————-000 बोरी
रिडमलसर ——————–040 बोरी
पदमपूर ———————–200 बोरी
जैतसर——————-000 बोरी
(990 बोरी गुवार नया गुवार )
(2) हनुमानगढ जिला— *90* बोरी
नया—–पुराना
हनुमानगढ टाऊन———020 बोरी
HMH जंक्शन ————–045 बोरी
रावतसर—————–000 बोरी
नोहर——————–000 बोरी
पीलीबंगा ———————006 बोरी
भादरा——————-010 बोरी
संगरिया ———————–000 बोरी
गोलूवाला—————-009 बोरी
साहवा——————-000 बोरी
आज के मंडी भाव नीचे गए लिंक पर जाकर देख सकते हैं
नोखा मंडी भाव 22 सितंबर
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मेड़ता मंडी भाव
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गंगानगर मंडी भाव
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(90 बोरी गुवार नया )
(3) हरियाणा राज्य—- *00* बोरी
नया—–पुराना
आदमपूर ————————00 बोरी
(00 बोरी गुवार नया)
(4) बीकानेर जिला—- *10* बोरी
नया पुराना
डुग॔रगढ ————————-00 बोरी
(0 बोरी गुवार नया)
आज नये गुवार की आमदनी 1090 बोरी
,21/09/20022
से 22!/10/2022
तक आमदनी नये गुवार की
1228+1090=2318
आज नये गुवार की आमदनी 1080 बोरी रही हरियाणा की मंडीया पूर्णतया बंद रही भाव 4100–4870
रूपये तक रहे
राजस्थान मे कुछ जगहो पर बुंदाबांदी रही चुरू क्षेत्र और हरियाणा के लगते हनुमानगढ जिले मे आज काटन के भावो मे तेजी देखने को मिली
नहरी क्षैत्र हनुमानगढ और गंगानगर जिले मे और हरियाणा मे गुवार का उतारा (यील्ड) अभी तक 70 किलो से ऊपर मे 2 क्विंटल
सही ऐवरेज का आंकलन अगले हफ्ते मे आयेगा अभी अधुरा ख्वाब
ग्वार गम का व्यापार 370 का टन हुआ
*चलते चलते चिंतन*
*सोचने का तरीका महत्वपूर्ण होता है*
जिस व्यक्ति की किसी बात के अंधेरे पक्ष को ही देखने का अभ्यास हो गया है, वह अच्छी बात में भी दुःख, चिंता का कारण निकाल लेता है और उसको लेकर सोच-सोचकर दुःखी हुआ करता है । *दृष्टिकोण के कारण ही किसी वस्तु में “दुःख” का दर्शन होता है ।संयोग के समय जो चंद्रमा मनोहर दीखता है, वही वियोग के समय कष्टदायक बन जाता है ।* यदि वास्तव में सुख या दुःख का जन्म चंद्रमा से ही होता, तो क्या संयोगिनी और क्या विरहिणी दोनों को एक समान ही दुःखदायक क्यों न होता ?
संपत्ति के लिए रोने और चिंतित होने वाले व्यक्ति को यह सोचना चाहिए कि अधिक संपत्ति उपार्जन के लिए मनुष्य को उचित एवं अनुचित साधनों का प्रयोग करना पड़ता है, जिससे उसकी बुद्धि कलुषित और आत्मा पतित होती है, साथ ही साथ धन-संपत्ति पा जाने पर उसकी रक्षा और बढ़ाने की इच्छा चिंता बनकर साथ लग जाती है । तब ऐसी दशा में सुख कहाँ ?
*अभाव के प्रति यदि इस प्रकार सोच लिया जाए कि यह ईश्वर की एक कृपापूर्ण प्रसन्नता है, तो इस प्रकार वह संपत्ति एवं धन- दौलत के कारण उत्पन्न होने वाले झंझटों से बच जाता है ।* संपत्ति को बढ़ाने, उसकी रक्षा करने आदि की चिंता उनके पास नहीं फटकती, वह निश्चिंत एवं निर्द्वन्द्व जीवन व्यतीत करता है । संपत्ति एवं सम्पन्नताजन्य दोषों से वह सहज ही बचा रहता है, जिससे उसका मन, मस्तिष्क तथा शरीर स्वस्थ ही रहता है और उसके पास दुःखी अथवा व्यग्र रहने का कोई कारण नहीं रह जाता । *संपन्नता अथवा विपन्नता मनुष्य के सुख-दुःख का हेतु नहीं होती, हेतु है उसका दृष्टिकोण, सोचने का ढंग और मानसिक स्तर ।*
राजस्थान एग्री ग्रुप
सुशील शर्मा मंडी गोलूवाला