राजस्थान में मानसून इस वर्ष जोर-शोर से सक्रिय हो गया है, खासकर पूर्वी राजस्थान में जहां लोगों को भारी बारिश के कारण गर्मी से काफी राहत मिली है। इस बारिश ने न केवल तापमान को सामान्य से नीचे ला दिया है, बल्कि कई जलाशयों को भी लबालब भर दिया है, जिससे कृषि क्षेत्र में भी उत्साह बढ़ा है।
पश्चिमी राजस्थान में गर्मी से हाल बेहाल
वहीं पश्चिमी राजस्थान के लोग गर्मी और उमस के चलते परेशान हैं। श्रीगंगानगर में तो पारा 44.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे यह क्षेत्र राज्य का सबसे गर्म शहर बन गया है। इस तापमान में जीवन यापन करना लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है।
भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने जयपुर, कोटा, भरतपुर, अजमेर, उदयपुर, बीकानेर और जोधपुर समेत कई संभागों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। विशेष रूप से अलवर, भरतपुर और धौलपुर में तो भारी बारिश के लिए विशेष अलर्ट जारी किया गया है। इन चेतावनियों के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को तैयार रखा है और आवश्यक सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए गए हैं।
जलभराव और इसके नुकसान
बुधवार को जयपुर में हुई तूफानी बारिश से शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया, जिसने यातायात को घंटों ठप कर दिया। यह जलभराव न केवल यात्रियों के लिए बल्कि स्थानीय दुकानदारों के लिए भी कठिनाइयाँ खड़ी कर देता है। इससे शहरी निकासी प्रणाली पर भी प्रश्न उठते हैं।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में भी इसी प्रकार की भारी बारिश की संभावना है, जिससे राजस्थान के अन्य हिस्सों में भी मौसमी बदलाव हो सकते हैं। इससे कृषि क्षेत्र में उम्मीदें बढ़ी हैं, वहीं आमजन के लिए भी यह एक राहत की बात हो सकती है।