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चना भाव 7000 तक जाने की संभावना ! जानिए चना तेजी मंदी रिपोर्ट

जानिए चना भाव तेजी मंदी मंडियो के भाव जानने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहें mandibhavrajasthan.com

आज की चना तेजी मंदी रिपोर्ट

देसी चने का उत्पादन चौतरफा कम हुआ है जिसका मंडियों में आवक का दबाव नहीं बन पा रहा है तथा सरकारी माल की बिक्री भी इस समय बंद हो गई है, जिससे जो माल आ रहा है, वह बिकता जा रहा है। हम हम मानते हैं कि बाजारों में बेसन एवं दाल की बिक्री अनुकूल नहीं है तथा स्टॉकिस्ट भी डरे हुए हैं,

जिससे फिलहाल लंबी तेजी तो नहीं है, लेकिन वर्तमान भाव के चने 6440 रुपए में रिस्क भी नहीं लग रहा है। लॉरेंस रोड पर 6400 का घर टूटना मुश्किल लग रहा है। यदि इस पर माल मिले तो, खरीदना चाहिए।

सरकार द्वारा बाजार भाव पर चना खरीदी के समाचार से सप्ताह के दौरान माहौल बना मजबूत

चना के दाम जो कम हो रहे थे खबर आते ही लगभग 100-200 रुपये का उछाल आ गया,चना में मिलर्स की मांग जरुरत अनुसार है; लेकिन स्टॉकिस्ट काफी सक्रीय है,चना का भविष्य मजबूत रहने की आशंका से स्टॉकिस्ट हर बढ़े भाव भाव में चना ले रहा हैं

सरकार की भी बाजार में एंट्री के समाचार से मनोबल मजबूत हुआ है

चना उत्पादन कम इसमें कोई शंका नहीं

  • कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलाडु, तेलंगाना और महाराष्ट्र में चना आवक लगभग लगभग समाप्त
  • मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में ही आवक लेकिन वह भी उम्मीद से कम

सरकार ने चना आयात खोला

भारत सरकार ने 31 मार्च 2025 तक के लिए चना आयात खोला

आयात खुलते ही ऑस्ट्रेलिया में चना के दाम में 40-50 डॉलर तेज होकर 800 प्रति टन पहुंचा

तंजानिया चना जुलाई-अगस्त और ऑस्ट्रेलिया नया चना नवंबर-दिसंबर में आने की उम्मीद

मटर आयात दिसंबर से ही खुला और 31 अक्टूबर 2024 तक जारी है

दिसंबर में जब मटर आयात खुला तो दिल्ली चना 5950 था और अब वह 6600 पहुँच चुका है

मटर के रिकॉर्ड आयात के बावजूद चना में तेजी दर्शाता है की फसल में बड़ी पोल है

दिल्ली चना राजस्थान 7000-7500 का रेजिस्टेंस

सरकारी नियमों का पालन कर कारोबार करें

हमारा मानना है की स्टॉकिस्टों का मनोबल मजबूत है और सरकारी सख्ती (स्टॉक लिमिट) ही चना की तेजी को रोक सकती

काबुली चने का उत्पादन इस बार महाराष्ट्र कर्नाटक आंध्र प्रदेश एवं मध्य प्रदेश में जबरदस्त हुआ है। यही कारण है कि ऊपर के भाव से बाजार लगातार टूटे जा रहा हैं। बाजारों में ग्राहकी की भारी कमी बनी हुई है, यहां महाराष्ट्र के माल 83/87 रुपए प्रति किलो क्वालिटी के अनुसार बिक रहे हैं। कुछ बढ़िया माल 88 रुपए भी बोल रहे हैं, कर्नाटक मध्य प्रदेश के छोटे-मोटे माल भी उसी हिसाब से घटाकर बोल रहे हैं। बाजारों में ग्राहकी काफी कम है तथा बिकवाली का प्रेशर है, इसे देखते हुए अभी तेजी की गुंजाइश नहीं है।

डिसक्लेमर :- आप व्यापार अपने विवेक से करें आपको होने वाले हानि और लाभ की जवाबदारी हमारी नहीं होगी