ग्वार भावों के गिरावट ,मेथी तेज ,देखे आज के ताजा भाव ।

देखे आज के ताजा भाव

जानिए आज के ताजा मण्डी भावआज के ताज़ा मण्डी भावजनरल मर्चेंट एंड कमीशन एजेंट नोखा (बीकानेर)**09/06/2021**

🌿मोठ बोल्ड🌿*
*6000-6800

*🌿मूंग🌿*
5800-6000*

🌿ग्वार🌿3900/3950

🌿चना नया🌿*
4900/5040

🌿 मेथी पुरानी 🌿*
4800/5600*🌿

मेथी नई 🌿*6000/6325

मेथा 6300 से 6700*🌿

नया जीरा 🌿*
11500/12300*

🌿इसबगुल नया 10200 से 11100 (ज्यादातर माल 10400 से 10900)तक बिक रहा है ।*

🌿काला तिल🌿* 7150

🌿कणक🌿*
1770/1850*

🌿रायडा सरसो नया 🌿*
5900/6250*

🌿मतीरा बीज🌿* 5950

🌿काकड़िया बीज🌿* 6000*

तारामीरा 5000 से 5200🔈

नोखा कृषि उपज मंडी आने वाले किसानों से निवेदन है कि कृपया करके वह सुबह 6:00 बजे से लेकर 4:00 बजे तक मंडी परिसर गेट तक आ जाए उसके बाद आने वाले वाहन को मंडी परिसर में आने की इजाजत नहीं दी जाएगी ।

*सरसों के दाम को लेकर खूब चर्चा हो रही है इस बार ज्यादातर किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक दाम पर सरसों बेची है कई राज्य सरकारों की खरीद एजेंसियां इस बार सरसों नहीं खरीद पाई हैं क्योंकि सरकार तो एमएसपी (4650 रुपये प्रति क्विंटल) पर ही खरीद करेगी इस साल किसानों ने औसतन 5500 से 6000 रुपये प्रति क्विंटल तक के दाम पर सरसों की बिक्री की है ऑनलाइन मंडी में जरूर इसका रेट 7500 रुपये तक चल रहा है उधर, खाद्य तेलोंं का रेट 240 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया है काफी लोग खाद्य तेलों के दाम में इतनी वृद्धि के लिए किसानों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं ऐसे में यह समझना जरूरी है कि आखिर अलग-अलग राज्यों में सरसों उत्पादन की लागत कितनी आती है*

*अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग लागत के बावजूद केंद्र सरकार ने सरसों की औसत उत्पादन लागत 2415 रुपये प्रति क्विंटल माना है हालांकि, कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (CACP) ने अपनी एक रिपोर्ट में सी-2 कॉस्ट की अलग जानकारी दी है. इसके मुताबिक 2021-22 में सरसों की उत्पादन लागत असम में 5478, पश्चिम बंगाल में 4200, उत्तर प्रदेश में 3681, पंजाब में 3620, हरियाणा में 3420 और राजस्थान में 3426 रुपये प्रति क्विंटल आएगी. इस लागत पर 50 फीसदी मुनाफा जोड़कर आप एक्चुअल न्यूनतम समर्थन मूल्य जान सकते हैं।*

*स्वामीनाथन आयोग के मुताबिक किसानों को सी-2 फार्मूले पर डेढ़ गुना दाम मिलना चाहिए सरकार दावा भी है कि वो फसलों की उत्पादन लागत के ऊपर कम से कम 50 फीसदी लाभ के साथ एमएसपी तय कर रही है. लेकिन लागत मूल्य पर स्थिति साफ नहीं है. उत्पादन लागत पर राज्यों की सिफारिश को सिरे से खारिज किया जा रहा. सी-2 के तहत खाद, बीज, पानी के दाम के साथ ही कृषक परिवार की मजदूरी, स्वामित्व वाली जमीन का किराया और पूंजी पर ब्याज भी शामिल होता है।*

*पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री एवं राष्ट्रीय किसान आयोग के पहले अध्यक्ष रहे सोमपाल शास्त्री के मुताबिक “सरकार असल में ए2+एफएल फार्मूले के आधार पर ही एमएसपी तय कर रही है.” इसमें पट्टे पर ली गई भूमि का किराया शामिल होता है, लेकिन स्वामित्व वाली जमीन का किराया और पूंजी पर ब्याज शामिल नहीं होता. जब तक सीएसीपी द्वारा मानी गई लागत पर 50 फीसदी मुनाफा नहीं मिलेगा तब तक किसानों की आय डबल कैसे होगी?*

*व्यापार अपने विवेक से करें*

*कृषि बाजार भाव सर्विस 09/06/2021

*पाम तेल: मलेशियन पाम आयल बोर्ड के डायरेक्टर अहमद प्रवीण ने एक इंटरव्यू में जानकारी दी कि वर्ष 2025 तक मलेशिया में पाम तेल का उत्पादन 22 मिलियन हो जाएगा। वर्ष 2020 में मलेशिया का पाम तेल का उत्पादन 19.14 मिलियन टर्न रहा है। उनके अनुसार वर्ष 2021 में सनफ्लावर तेल की उपलब्धता कम होने के कारण मिडिल ईस्ट देशों विशेषकर तुर्की में पाम तेल की मांग बढ़ सकती हैं। और सोयाबीन से ऊंचे भाव होने के कारण भारत में भी पाम तेल की मांग में इजाफा होगा।*

*इंडोनेशिया में पाम तेल एक्सपोर्ट लेवी टैक्स में $100 की कटौती करने रहने की चर्चाएं चल रही है। इस पर उनका कहना है कि यदि यह कटौती आती भी है, तब भी मलेशिया पाम तेल उनसे सकता ही रहेगा। उनके अनुसार इस समय चल रहे हैं भाव के हिसाब से मलेशिया से मलेशिया 89 डॉलर प्रति टन निर्यात शुल्क लगा रहा है। जबकि इंडोनेशिया में $255 एक्सपोर्ट लेवी टैक्स हैं और $93 प्रति टन का एडिशनल टैक्स लगता है। जिसके कारण अभी इंडोनेशिया $348 प्रति टन निर्यात शुल्क लगा रहा है।*

*व्यापार अपने विवेक से करें*

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